:: किन्नर समाज के लोगों ने भी प्रशासन से इस मार्ग के शीघ्र निर्माण का अनुरोध किया ::
इन्दौर । शहर के व्यस्ततम मार्गों में से एक बॉम्बे हॉस्पिटल-महालक्ष्मी नगर-तुलसी नगर-बीसीएम पैराडाइज-एडवांस एकेडमी को जोड़ने वाली मास्टर प्लान की अधूरी सड़क का निर्माण भूमि पूजन के चार माह बाद भी नहीं शुरू होने के कारण, क्षेत्र के रहवासियों एवं रहवासी संघों के अध्यक्षों द्वारा सड़क संघर्ष समिति के बैनर तले रविवार को सुबह 9 बजे से 5 बजे तक एक दिवसीय उपवास रखा गया। उपवास में एमआर 1 रहवासी संघ के अध्यक्ष संदीप जोशी, तुलसी नगर सरस्वती सोशल वेलफेयर सोसाइटी के राजेश तोमर, एमआर 4 रहवासी संघ के संरक्षक एवं योग गुरु रमेश पाटिल तथा एमआर 4 रहवासी संघ के अध्यक्ष निर्भय सिंह यदुवंशी के साथ-साथ बड़ी संख्या क्षेत्र के विभिन्न कॉलोनियों के रहवासियों, महिलाओं ने उपवास स्थल पर उपस्थित होकर अपना समर्थन प्रकट किया। इस उपवास कार्यक्रम में किन्नर समाज के लोगों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कर शासन एवं प्रशासन से बॉम्बे हॉस्पिटल से तुलसी नगर होते हुए बीसीएम पैराडाइस तक वर्तमान सड़क के दूसरे लेन के निर्माण कार्य को शीघ्र शुरू करने का अनुरोध किया।
ज्ञात हो 16 साल से अधिक समय से उपेक्षित विजय नगर, बॉम्बे हॉस्पिटल को निपानिया क्षेत्र से जोड़ने वाली मास्टरप्लान की इस अधूरी फोर लेन सड़क के निर्माण हेतु विगत 24 जुलाई 2021 को इन्दौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) द्वारा जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया और संभाग आयुक्त डॉ. पवन शर्मा की उपस्थिति में भूमि पूजन किया गया था। भूमिपूजन के चार माह बाद भी इस सड़क के दोहरीकरण के निर्माण की प्रक्रिया फ़ाइलों में उलझी हुई है और सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। वर्तमान सड़क की कम चौड़ाई होने तथा गाड़ियों की अत्यधिक आवाजाही के कारण इस मार्ग पर हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। जिसके कारण पिपलिया कुमार, निपानिया क्षेत्र की 30 से अधिक कॉलोनियों के रहवासियों को अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पर रहा है। सड़क संघर्ष समिति के संदीप जोशी, के के झा, राजेश तोमर, रमेश पाटिल, निर्भय सिंह यदुवंशी, कविता वर्मा, संजय यादव, विवेक शर्मा ,नरसिंह शर्मा ,ब्रजेश पचौरी, हेमंत शर्मा कहा कि द्वितीय चरण का क्रमिक जन आंदोलन तब तक जारी रहेगा जबतक इन्दौर विकास प्राधिकरण द्वारा बॉम्बे हॉस्पिटल-तुलसी नगर के बीच मास्टर प्लान के रोड निर्माण का का कार्य शुरू नहीं हो जाता।