नौगांव । ग्राम गढ़ा में स्थित बागेश्वर धाम मंदिर के पीठाधीश्वर एवं लोकप्रिय संत पं. धीरेन्द्र कृष्ण शात्री ने नौगांव में चल रही श्रीराम कथा के दौरान एक अनूठा संकल्प लेकर मानव सेवा की अभूतपूर्व मिसाल पेश की है। उन्होंने शोभादेवी सामाजिक संस्था द्वारा चिन्हित 62 अनाथ बेटियें को गोद लेने का ऐलान करते हुए उनके भरण-पोषण,पढ़ाई लिखाई से लेकर उनके विवाह तक की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली है। नौगांव में कथा के दौरान उन्हें जब स्थानीय शिष्य मण्डल ने शोभादेवी संस्थान द्वारा ऐसी बेटियें की मदद किए जाने की जानकारी लगी तो उन्होंने इस नेक कार्य में आगे आकर इन बेटियों के भविष्य को संवारने का संकल्प लिया। स्थानीय मानस भवन में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम के दौरान पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शात्री ने कहा कि दुनिया में कोई अनाथ नहीं होता, जिसका कोई नहीं होता उसके रघुनाथ होते हैं। छोटी-छोटी बच्चियां विपरीत परिस्थितियें से जूझ रही हैं। समिति ने अपने बल पर इनकी जो मदद की वह सराहनीय है। अब हर महीने इन बेटियें की शिक्षा, रहन-सहन का खर्च बागेश्वर धाम शिष्य मंडल उठाएगा। इन 62 बेटियों दो बेटियां मुस्लिम भी हैं। महाराजश्री ने कहा कि दो बेटियें के निकाह सहित 60 बेटियें के विवाह भी बागेश्वर धाम परिवार के द्वारा किए जाएंगे इस संकल्प को लेते हुए उन्होंने मौके पर उपस्थित 16 बेटियें को एक-एक हजार रूपए का चेक वितरित किया साथ ही उन्हें गर्म कपड़े भी भेंट किए। इस अवसर पर नौगांव की रामलीला समिति के द्वारा बागेश्वर महाराज का अभिनंदन भी किया गया। बागेश्वर महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति के प्रचार और मानव सेवा के लिए बागेश्वर धाम परिवार के द्वारा पहले से ही कई अभियान चलाए जा रहे हैं। पत्रकारें से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि गौसेवा की दिशा में उन्होंने अपने हर शिष्य को एक गाय पालन का आदेश दिया है। इसी तरह गरीब कन्याआंð के विवाह, पौधारोपण का अभियान भी प्रगति पर है। अब इन 62 बेटियें के विवाह का जिम्मा भी बागेश्वर धाम परिवार के पास है। अत: इन बेटियें के भरण-पोषण और विवाह के लिए वे एक माह में दो कथाएं करेंगे एवं कथा से मिलने वाला संपूर्ण चढ़ावा इन अभियानें पर खर्च करेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष में वे बागेश्वर धाम से ओरछा रामराजा मंदिर तक 140 किमी की पदयात्रा भी साधु संतों के साथ निकालेंगे। इस यात्रा के माध्यम से वे सनातन संस्कृति के प्रचार और तिलक लगाने पर जनता को प्रेरित करेंगे।