वर्ष 2022 में शिवराज सरकार का रोजगार में वृद्धि पर रहेगा जोर

भोपाल । वर्ष 2022 में शिवराज सरकार का जोर रोजगार में वृद्धि पर रहेगा। इसके अलावा राज्य सरकार का फोकस विभागों में प्रशासनिक कसावट के साथ योजनाओं के लक्ष्यों को प्राप्त करने पर सर्वाधिक जोर रहेगा। इसके लिए मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को न सिर्फ मैदान में उतारा जाएगा बल्कि मुख्यमंत्री स्वयं भी दौरे करने के साथ समीक्षा करेंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नए साल की शुरुआत नए संकल्प के साथ करेंगे। समीक्षा का सिलसिला तीन जनवरी 2022 से प्रारंभ होगा, जो सात जनवरी तक चलेगा। इसमें सभी विभागों का प्रस्तुतीकरण होगा, जिसमें आत्म निर्भर मध्य प्रदेश के तहत वर्ष 2022 के लिए विभाग की कार्ययोजना, मुख्यमंत्री की घोषणा आदि विषयों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में विभागीय मंत्री, अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और विभागाध्यक्ष मौजूद रहेंगे। वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सरकार वर्ष 2022 में प्राथमिकताएं तय करके काम करेगी। आत्म निर्भर मध्य प्रदेश की कार्ययोजना के आधार पर विभागों के लक्ष्य निर्धारित होंगे। इसी आधार पर बजट भी तैयार होगा। समीक्षा में मुख्यमंत्री सभी विभागों के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा के बाद अपनी अपेक्षाएं साझा करेंगे। दरअसल, फरवरी तक पंचायत और इसके बाद नगरीय निकाय चुनाव होने हैं। इससे सरकार कोई नया काम तो प्रारंभ नहीं कर पाएगी पर उसकी तैयारियां जरूरी कर ली जाएंगी ताकि चुनाव के बाद तेज गति के साथ धरातल पर काम होने लगे। प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए निवेशकों के सम्मेलन करने के साथ सर्वाधिक जोर रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजित करने पर रहेगा। कृषि में लागत कम करने के लिए नवाचारों को बढ़ावा देने कस्टम प्रोसेसिंग केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इसकी प्रारंभिक तैयारियां भी हो चुकी हैं। इसमें मशीनें खरीदने पर चालीस प्रतिशत तक अनुदान (अधिकतम दस लाख रुपये) सरकार द्वारा दिया जाएगा। माफिया के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। पत्थरबाजों द्वारा सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर वसूली का कानून भी सरकार बनाने जा रही है। मुख्यमंत्री सचिवालय ने सभी विभागों को समीक्षा बैठक की तैयारी के दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।