‘नो मीन्स नो’

‘वागले की दुनिया-नयी पीढ़ी नये किस्से’ शो में सखी केन्द्रिय भूमिका में  होगी। वह सही  के लिये खड़ी होती है और पूरे साहस के साथ बताती है कि क्यों किसी की ‘ना का मतलब ना’ (नो मीन्स नो) ही समझा जाना चाहिये।

वागले परिवार घर से बाहर जा रहा है और इसलिये गुनगुन वागले परिवार के वापस आने तक सखी के घर पर रहने का फैसला करती है। अपने दो दोस्तों से बातचीत के दौरान गुनगुन बताती है कि वह कुछ दिन सखी के घर पर रहने वाली है। यह जानने के बाद गुनगुन के कुछ दोस्त गुनगुन और सखी के लाख मना करने के बावजूद उनके घर पहुंच जाते हैं। राजेश और हर्षद बिना बताए अचानक से घर लौटते हैं और गुनगुन के दोस्तों को देखकर हैरान रह जाते हैं।