नेता जी ड्यूटी पर कोरोना छुट्टी पर

प्रदेश में चारों तरफ कोरोना के नए वेरिएंट ने डर का माहौल ऐसा बना दिया है जिसमें सिर्फ और सिर्फ एक आम नागरिक का मिटना तय है, और प्रदेश के मुखिया बातों के गोले छोड़ते हुऐ शहर शहर पंचायत चुनाओ में लगे हुए हैं।  और ऐसे समय में राजनीतिक चकाचौंध में ओतप्रोत शिवराज सिंह चौहान बेधड़क प्रदेश में अपनी रैलियां और सभाय  करने में व्यस्त हैं इनको किसी भी बीमारी का कोई डर कोई भय नहीं है और ना ही किसी की सेहत का कोई ख्याल है हजारों की तादाद में हुजूम इनके आगे पीछे चल रहा होता है बिना कोरोना गाइडलाइन का पालन किए हुए।  पता नहीं इस समय कोरोना छुट्टी पर क्यों चला जाता है जब प्रदेश के मुखिया हजारों के हुजूम के साथ सड़कों पर उतरते हैं। ऐसा वाहियात खेल लोगों की सेहत के साथ केवल एक अज्ञान व्यक्ति ही कर सकता है जो  बंद एयर कंडीशनर कमरों में बैठकर कोरोना की रोकथाम को लेकर बड़ी-बड़ी डिंगै हांकते है और और जब खुद सड़कों पर हजारों की तादात में हुजूम लेकर चलते हैं तब सभी बीमारियां, सभी नियम कायदे इनके लिए शून्य सिद्ध होते हैं। इंदौर को स्मार्ट सिटी बनाने में क्या केवल आम आदमी को ही अपने व्यवसाय की, अपने घर की , या अपनी आर्थिक स्थिति की आहुति देना पड़ेगी या कोई नेता मंत्री विधायक भी इसके लिए आहुति देने को तैयार है । यह तो केवल हंसी वाली बात है सत्यता तो यह है की स्मार्ट सिटी की सड़कों को चौड़ा करने के लिए ना तो किसी विधायक का घर , दुकान , बिल्डिंग गिराई गई है लेकिन राह में आने वाले छोटे कामकाजी व्यक्ति , गरीब तबके के बेरोजगार लोग,  जीवन यापन करने वाले लोगों को ही बलि क्यों बानया जा रहा है। ऐसा अन्याय कैसे प्रदेश का मुखिया लोगों पर करा रहा है थोड़ा सा प्रयोग राजनीतिक अमले पर भी कराएं , भ्रष्ट नेता विधायकों को जेल में भिजवाए तब जाकर कहीं आम नागरिक और राजनीति में सामंजस्य की स्थिति बन पाएगी और हम कह पाएंगे प्रदेश सरकार सभी के साथ एक जैसा व्यवहार करने में सक्षम है ।अभी तो केवल प्रदेश सरकार अंधों की भांति लोगों को डरा धमका कर सड़कों को चौड़ा करने के लिए आदेश पर आदेश दिए जा रहे हैं अगर कोई अपना घर और व्यवसाय बचाने की बात करता है तो उसको डंडों के साथ-साथ जेल का भी आनंद दिया जा रहा है । प्रदेश के मुखिया के द्वारा सिर्फ और सिर्फ दोगली नीति के साथ लोगों के विश्वास से खेला जा रहा है यह वही खास लोग हैं जिन्होंने एक आम व्यक्ति को सड़क से उठाकर पार्षद से विधायक , विधायक से मंत्री तक बनाने के लिए अपनी रातों की नींद दिन का आराम छोड़कर अपने प्रतिनिधि को जिताने के लिए दिन रात एक कर दिया और यही प्रतिनिधि जब मंत्री बनकर प्रदेश की कमान संभालता है तब वह केवल और केवल विकास के नाम पर उन्हीं को काटने का काम करता है धन्य है प्रदेश की सरकार जो गरीबों को मिटाने का काम कराने में अग्रिम है ।

राम राजपूत