भोपाल। पर्यावरण एवं मानव व पशु स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पॉलीथीन से शहर को मुक्त बनाने हेतु निगम की कार्यवाही का क्रम निरंतर जारी है। इसी तारतम्य में पूर्व में प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन अधिनियम 2016 एवं इसमें 2021 में किए गए संशोधनों के अनुरूप 50 माईक्रान व 75 माईक्रान मोटाई की पॉलीथीन को प्रतिबंधित करने के पश्चात नगर निगम भोपाल ने अब 120 माईक्रान से कम मोटाई की पॉलीथीन का उपयोग रोकने हेतु तैयारियां प्रारंभ कर दी है। इसी तारतम्य में निगम आयुक्त के.वी.एस.चौधरी ने शहर के पॉलीथीन व सिंगल यूज प्लास्टिक की वस्तुओं के विक्रेताओं तथा कम्पोस्टेबल कैरीबेग निर्माताओं की बैठक आहूत कर प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन अधिनियमों की जानकारी दी और शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से रोकने व कम्पोस्टेबल कैरीबेग आदि को प्रोत्साहित करने में सहयोग करने का आव्हान किया साथ ही चेतावनी भी दी कि निगम द्वारा निरंतर शहर में पॉलीथीन विक्रय पर निगम की टीमे निगरानी करेंगी और कोई भी व्यक्ति अमानक स्तर की पॉलीथीन आदि का विक्रय, उपयोग व भंडारण करता हुआ पाया गया तो उसके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। बैठक में निगम के अपर आयुक्त एम.पी.सिंह सहित निगम के स्वास्थ्य विभाग का अमला व पॉलीथीन विक्रेता व कम्पोस्टेबल कैरीबेग निर्माता मौजूद थे।
निगम आयुक्त के.वी.एस.चौधरी ने सोमवार को आई.एस.बी.टी स्थित निगम के कक्ष में आहूत बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि शहर के नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा और सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा। श्री चौधरी ने कम्पोस्टेबल कैरीबेग निर्माताओं से कहा कि वह अपने उत्पादों को निगम के 10 नंबर मार्केट, न्यू मार्केट, बिट्टन मार्केट सब्जी मण्डी, बोट क्लब स्वच्छता समाधान केन्द्रों पर रख सकते है और इसके प्रोत्साहन में निगम का अमला भी सहयोग करेगा। बैठक में कम्पोस्टेबल कैरीबेग निर्माताओं ने साबूदाने व मक्का के स्टार्च से बने कैरीबेग को जलाकर व पानी में घोलकर दिखाते हुए कहा कि इस प्रकार के कैरीबेग पर्यावरण मानव एवं पशु जीवन के लिए किसी भी प्रकार से हानिकारक नहीं है और यह 06 माह की अवधि में स्वत: ही खत्म हो जाते है।
निगम आयुक्त श्री चौधरी ने व्यापारियों से कहा कि वह अपने ग्राहकों को भी सिंगल यूज प्लास्टिक के नुकसान के बारे में बताए और कम्पोस्टेबल कैरीबेग आदि के उपयोग हेतु प्रेरित भी करें। बैठक के अंत में स्वच्छता की शपथ दिलाई गई तथा शहर को सिंगल यूज प्लास्टिकमुक्त शहर बनाने का संकल्प भी लिया गया।