जय भारती माँ, जय भारती माँ।
वंदन तेरा, करें आरती माँ।
चरणों में जल की धारा है।
माथे पर हिमगिरी न्यारा है।
आँचल जो तिरंगा है।
जीवन तुझसे है भारती माँ।
वंदन तेरा, करें आरती माँ।
हाथों में कफन ले सिंह चले।
दीपक में रक्तिम ज्योति जले।
चरणों में शीश चढ़े।
बलिदान तुझे हे भारत माँ।
वंदन तेरा, करें आरती माँ।
झुकती तुझ पर दुनिया सारी।
सिंहों की तू ही महतारी।
तेरी महिमा जग जाने।
धरती की छवि तू भारती माँ।
वंदन तेरा, करें आरती माँ।
देवों की धरती भारती माँ।
ऋषियों की माटी भारती माँ।
वीरों की जननी है।
कोटि है नमन हे भारती माँ।
वंदन तेरा, करें आरती माँ।
बुद्धि प्रकाश महावर ‘मन’
दौसा राजस्थान
9929675140