कैसीप्रफुल्लता है, नूतन वर्ष की प्रवलन है ये,
नये भाव मे, नयी आस में, नया जोश है ये,
नव रहाई का, नव प्रात का, नया सोपान है ये,
नव वर्ष के नव सहर में, नव वर्ष अभिनंदन हो।
जीवन के इस नव चक्र में, नया उन्नयन मिले,
चंहु ओर नवागत आह्लाद, नव वर्ष अभिनंदन हो,
सुंदर आयोजन और नए विश्वासों का शुभागम हो,
नव वर्ष के नव सहर में, नव वर्ष अभिनंदन हो।
कल्पनाओं को पंख लगे, आशाओं के दीप जले,
खुशियों का आगोश मिले, भर-भर के उमंग मिले,
हो मन मे स्नेह का अंकुर, उच्छ्वास का मलय बहे,
नव वर्ष के, नव सहर में, नव वर्ष अभिनंदन हो।
सपनों को पाएं आप, ऊंचाईयों में आकाश मिले,
पुरावर्ष में जो गर्हित न हुआ, इस वर्ष वो सब मिले,
शुभकामनाएं है आपको इस नव वर्ष में “नृप” की,
नव वर्ष के नव सहर में, नव वर्ष अभिनंदन हो।
— नृपेन्द्र अभिषेक नृप
छपरा , बिहार