कुसुम केसर चंदन से, अभिनंदन नव वर्ष।
शुभ यश जीवन में मिलें, मंगलमय अति हर्ष।
अक्षत रोली हाथ में, सजा लिया है थाल।
तिलक करूं मैं हर्ष से, नई साल के भाल।
नूतन वर्ष शोभित हो, सदा सदी के भाल।
नई सुबह की नव किरणें, चमक रही है लाल।
अभिनंदन नववर्ष का, नव उमंग के साथ।
लेता नव संकल्प मैं, आज उठाकर हाथ।
नव किरण नव उजास में,पोषित हो नव भोर।
नव वर्ष में दूर रहें, यह संकट अति घोर।
कागज़ कलम दवात से,सपने लिखता रोज़।
नये साल से आरज़ू, मेरे करदे काज।
सदा सुखी इंसान हो, मिटे विषाणु रोग।
मंगल गायन यूं करें, नये साल में लोग।
जीव जगत में खुशी मिलें,हर्षित हो चहुॅं ओर।
पग पग नृत्य लोग करें, मस्त रहें हर छौर।
डॉ. भगवान सहाय मीना
बाड़ा पदमपुरा,जयपुर,राजस्थान।