इन्दौर । शहर की महिला साहित्यकार अच्छा लिख रही हैं और ख़ुद अपना मुकाम बना रही हैं। साहित्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से म.प्र. साहित्य अकादमी की ओर से संस्था वामा की पांच लेखिकाओं को ’शब्द साधिका’ सम्मान प्रदान किया गया। अंतरा करवड़े, वसुधा गाडगिल, पद्मा राजेन्द्र, ज्योति जैन व अमर चड्ढा को यह सम्मान अकादमी के निदेशक विकास दवे ने प्रदान किया।
उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय स्तर पर महिला साहित्य समागम के लगातार तीसरे आयोजन के संचालन व व्यवस्थापन के साथ ही वामा साहित्य मंच की विविध उपलब्धियों व साहित्यिक योगदान हेतु लेखिकाओं को सम्मानित किया गया। मुख्य रुप से भाषा, साहित्य, तकनीक, महिला विमर्श व लेखन तथा विविध सामयिक मुद्दों पर जन जागरण तथा साहित्यिक अभिरुचि के विकास संबंधी क्षेत्र में निरंतर प्रयासों तथा व्यक्तिगत सृजन अवदानों को इस सम्मान के द्वारा रेखांकित किया गया।
अखिल भारतीय स्तर पर महिला साहित्य सृजनधर्मियों का यह अनूठा आयोजन अपने रोचक विषयों, सामयिक चिन्तन, बहु आयामी वैचारिक विमर्श व साहित्यिक परिदृश्य को लेकर वर्तमान की स्थिति को बयान करने वाला एक प्रतिष्ठा प्रसंग होता है। इस वर्ष साहित्यिक सृजन व अवदान हेतु ज्योति जैन, साहित्य संगठनात्मक प्रतिभा हेतु पद्मा राजेन्द्र, अकादमिक व भाषा सृजन हेतु वसुधा गाडगिल, भाषा में तकनीक व रोज़गार हेतु अंतरा करवड़े और सृजनात्मक अवदान हेतु अमर चड्ढा को म.प्र. साहित्य अकादमी द्वारा इस आयोजन में विशेष रुप से सम्मानित किया। अकादमी के निदेशक विकास दवे द्वारा आयोजन, संचालन, विषय चयन व संगठनात्मक प्रयासों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए इस वर्तमान समय की आवश्यकता और भविष्य की नींव के रुप में रेखांकित किया गया।