ज्योतिष विद्या प्राचीन है, नई पीढ़ी को इसे सिखाने की ज़रूरत –

:: शीतल नगर में विश्व कल्याणम ज्योतिष विद्या पीठ का शुभारंभ ::
इन्दौर । ज्योतिष भारतीय संस्कृति का हिस्सा है, यह एक ज्ञान भी है और विज्ञान भी है। ज्योतिष एक प्राचीन विद्या है और भारत के सभी राज्यों में प्रचलित है। नई पीढ़ी को इसे सिखाने की ज़रूरत है।
उक्त विचार अतिथि के रूप में पधारे जाने-माने ज्योतिष आचार्यों ने शीतल नगर स्थित ‘विश्व कल्याणम ज्योतिष विद्या पीठ’ के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. विनायक पांडे, डॉ. रवीन्द्र राजगुरु, हरिओम जोशी, जितेंद्र गुप्ता (जीतू बाबा) मीना चौहान, निर्मला सोनी, रामचन्द्र आमटे, डॉ. संतोष भार्गव, महंत जुगल बाबा, संगीता शर्मा, अधिवक्ता अश्विन कुमार अध्यारू, गोविंद शर्मा, फिल्म प्रोड्यूसर सुनील सोलंकी उपस्थित थे।
विद्यापीठ के संस्थापक जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि उनके संस्थान द्वारा पवित्र धार्मिक पुस्तकों का अपमान नहीं होने देंगे। उनका आदर करेंगे। जिस किसी के पास भी धार्मिक किताबें होगी तो उसे संस्था स्वयं लेने जाएगी। विश्व कल्याणम ज्योतिष विद्या पीठ द्वारा हस्तरेखा और ज्योतिष सीखने के लिए बच्चों को प्रशिक्षित किया जाएगा। ज्योतिष कर्मकांड सहित सभी ज्योतिष आचार्य द्वारा शिक्षा दी जाएगी। इस दौरान देशभर के ज्योतिष जानकारों और आचार्यों का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन ज्योतिष विद्या पीठम के संस्थापक जितेंद्र गुप्ता जीतू बाबा ने किया। अनेक गणमान्य और प्रबुद्ध लोगों की उपस्थिति ने शुभारंभ समारोह को गरिमामयी बना दिया।