चेहरे पर चेहरा सबके है ,
पल पल रंग बदलता !
असली की पहचान छिपाये ,
नकली यहाँ टहलता !!
इक दूजे को धोखा देते ,
गुपचुप है निगरानी !
नादानी खोई खोई सी ,
नज़र बसी शैतानी !
रंगबिरंगा लिये आवरण ,
यहाँ भरम है छलता !!
चमक दमक में खोये खोये ,
रिश्ते सब गुमसुम हैं !
अधरों पर मुस्कान भले हो ,
आँखें भीतर नम हैं !
रातें चाहे भरे ठहाके ,
फिर भी दिन है ढलता !!
रोज मुखौटा बदलें चाहे ,
सच ठहरा ठहरा है !
झूँठ सदा ही देता सबको ,
दाग बड़ा गहरा है !
खुशियाँ अंक ठहरती कब हैं ,
समय हाथ है मलता !!
बृज व्यास
शाजापुर ( मध्यप्रदेश )
9425428598