इंदौर । इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये सर्व सुविधायुक्त और भव्य भक्त निवास बनाया जायेगा। मंदिर द्वारा संस्कृत विद्यालय संचालित किया जायेगा। इसे बाद में महाविद्यालय के रूप में उन्नत किया जायेगा। खजराना मंदिर परिसर में संत-महात्माओं के प्रवचन के लिये विशाल प्रवचन हॉल भी बनाया जायेगा।
यह निर्णय आज यहां खजराना गणेश मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिये गये। बैठक में प्रबंध समिति के अध्यक्ष तथा कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने अध्यक्षता की। बैठक में नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, अपर कलेक्टर श्री अजय देव शर्मा, एडिशनल डीसीपी श्री राजेश व्यास, पुजारीगण श्री मोहन भट्ट तथा श्री अशोक भट्ट सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। बैठक में मंदिर विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। तय किया गया कि जन सहयोग से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये भक्त निवास बनाया जायेगा। यह भक्त निवास 5 मंजिला होगा और इसमें विभिन्न श्रेणियों के लगभग सौ कमरे होंगे। पहले चरण में यह दो मंजिला बनेगा। बाद में क्रमश: विकास किया जायेगा। इसी तरह प्रवचन हॉल का निर्माण भी जनभागीदारी से होगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि मंदिर समिति द्वारा संस्कृत विद्यालय संचालित किया जायेगा। इसके लिये इसका विधिवत पंजीयन भी कराया जायेगा। साथ ही केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा मदद ली जायेगी।
बैठक में मंदिर की आय व्यय पर भी चर्चा की गई। साथ ही बताया गया कि गर्भ गृह में चांदी का सिंहासन बनवाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य प्रगति पर है। दीप स्तम्भ भी बनकर तैयार हो गया है। बैठक में श्री खजराना गणेश मंदिर इंदौर की उपविधियों में संशोधन करने का निर्णय भी लिया गया। इसमें मुख्य रूप से तय किया गया कि मंदिर के गर्भ गृह में अब वंश परम्परा के पुजारी ही पूजन-अर्चन तथा अन्य धार्मिक क्रियाक्रम कर सकेंगे। वे अपने प्रतिनिधि तथा सहयोगी भी रख सकेंगे। सहयोगी के लिये उन्हें प्रबंध समिति से निर्णय कराना होगा। बैठक में बताया गया कि मंदिर के पुजारियों के लिए आचरण संहिता लागू की जायेगी।