प्रधानमंत्री मोदी आज ठाणे-दिवा 5 वीं और 6ठी लाइन राष्ट्र को समर्पित करेंगे

मुंबई, । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार 18 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ठाणे-दिवा 5 वीं और 6ठी लाइन राष्ट्र को समर्पित करेंगे और अतिरिक्त उपनगरीय सेवाओं को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस बात की जानकारी मध्य रेल द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में दी गई है. बताया गया कि बेब लिंक के माध्यम से महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी एवं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समारोह में उपस्थित रहेंगें। अश्‍व‍िनी वैष्णव रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री भारत सरकार, रावसाहेब दादाराव पाटिल दानवे, रेल, कोयला और खान राज्य मंत्री, भारत सरकार, कपिल पाटिल, पंचायती राजमंत्री, भारत सरकार, अजीत पवार, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री, देवेंद्र फडणवीस, नेता प्रतिपक्ष, महाराष्ट्र विधान सभा, एकनाथ शिंदे, शहरी विकास मंत्री, लोक निर्माण (सार्वजनिक उपक्रम), महाराष्ट्र सरकार और पालक मंत्री ठाणे जिला, जितेंद्र आव्हाड गृह निर्माण मंत्री महाराष्ट्र सरकार, नरेश म्हस्के, महापौर, ठाणे, राजन विचारे, डॉ. श्रीकांत शिंदे, संसद सदस्य (लोकसभा), कुमार केतकर, डॉ. विनय सहस्रबुद्धे संसद सदस्य (राज्य सभा), प्रमोद (राजू) पाटिल, संजय केलकर, ‘विधायक, ठाणे और अन्य इस अवसर पर ठाणे में उपस्थित रहेंगे।

पृष्ठभूमि
कल्याण मध्य रेल का मुख्य जंक्शन है। देश के उत्तर और दक्षिण की ओर से आने वाला यातायात कल्याण में मिलता है और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस की ओर जाता है। 2008 से पहले इसमें 4 ट्रैक थे। स्लो लोकल ट्रेनों के लिए 2 ट्रैक और फास्ट लोकल, मेल एक्सप्रेस और मालगाड़ी के लिए 2 ट्रैक का उपयोग किया जाता था। उपनगरीय और लंबी दूरी की ट्रेनों को अलग अलग करने के लिए कल्याण और सीएसएमटी के बीच चरणों में 2 अतिरिक्त पटरियां बिछाने की योजना बनाई गई थी। 2007-08 में कल्याण और दिवा और ठाणे-कुर्ला के बीच लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) और कुर्ला यार्ड को जोड़ने वाली 2 अतिरिक्त लाइनों का कार्य वर्ष 2011-12 में दिवा और ठाणे के दोनों ओर पूरा किया गया। दिवा और ठाणे के बीच 9.44 किलोमीटर के दोनों ट्रैक में बॉटल नेक और क्षमता की कमी के कारण लिंक नहीं था। अब कुर्ला/लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) से कल्याण (36 किमी) तक के पूरे हिस्से में उपनगरीय (2 स्लो लोकल, 2 फास्ट लोकल) और लंबी दूरी की ट्रेनों (2 लाइन) के लिए अलग कॉरिडोर के साथ छह लाइनें हैं, विशेष रूप से एलटीटी से/को आने वाली ट्रेनों के लिए किया जा रहा है।

मुख्य विशेषताएं:
2008-09 में एमयूटीपी II के तहत स्वीकृत, रेल मंत्रालय और महाराष्ट्र सरकार के बीच समान लागत भागीदारी के साथ इस परियोजना को मुंबई रेलवे विकास निगम (एमआरवीसी) द्वारा निष्पादित किया गया है। विद्युतीकृत डबल लाइन प्रत्येक की लंबाई 9.44 किमी है। जिसकी लागत लगभग रु 620 करोड़ है। 4 स्टेशनों ठाणे, कलवा, मुंब्रा और दिवा एवं 6 प्लेटफॉर्म और 8 फुट ओवर ब्रिज और फुट ओवर ब्रिज का विस्तार किया गया। 1.4 किमी लंबा सड़क के ऊपर रेल फ्लाईओवर, 3 बड़े पुल, 21 छोटे पुल और170 मीटर लंबी सुरंग शामिल हैं।।

लाभ
कुर्ला से कल्याण तक लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए अलग मार्ग। लोकमान्य तिलक टर्मिनस (कुर्ला के पास) से चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनें उपनगरीय यातायात प्रभावित किये बिना 5 वीं और 6ठी लाइन पर कल्याण तक जा सकती हैं। इससे ट्रेनों का परिचालन बेहतर होगा। सीएसएमटी और कल्याण के बीच और उससे आगे (34 एसी और 2 नॉन एसी) 36 अतिरिक्त उपनगरीय सेवाएं शुरू की जाएंगी।
कलवा, मुंब्रा के यात्रियों को मेगा ब्लॉक के दौरान कॉरिडोर का बहुत लाभ होगा, क्योंकि उपनगरीय ट्रेनें एक कॉरिडोर से दूसरे में डायवर्ट होने से यात्रियों का परिवहन करेंगी।

ऐतिहासिक महत्व:
कुर्ला/लोकमान्य तिलक टर्मिनस और कल्याण के बीच 5वीं और 6वीं लाइनें ठाणे से होकर गुजरती हैं, जो कि पहला टर्मिनेटिंग स्टेशन था। जब भारत में पहली ट्रेन 16 अप्रैल, 1853 को बोरीबंदर (वर्तमान सीएसएमटी) से ठाणे तक चली थी।

परियोजना के दौरान चुनौतियां:
ब्राउन फील्ड और ग्रीन फील्ड परियोजना के मिश्रण में मौजूदा नेटवर्क में भी बड़े बदलाव शामिल हैं, वीकैंड में ही प्रमुख ट्रैफिक ब्लॉक यात्रियों को न्यूनतम असुविधा के साथ लिए गए।
संतोष- ५.००/१७ फरवरी/२०२२/ईएमएस