व्यावासायिक दक्षता के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना जरूरीः डॉ. खंबायत

भोपाल । ’व्यावसायिक दक्षता के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना’ विषय पर पं. सुंदरलाल शर्मा केन्द्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान (पीएसएससीवीई) में आज एक व्याख्यान आयोजित कराया गया। इस अवसर पर संस्थान के संयुक्त निदेशक राजेश पुं. खंबायत ने कहा कि व्यावासायिक दक्षता हासिल करने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम वही बन जाते हैं जो सोचते है। इस अवसर पर डॉ. खंबायत ने अपने डेढ़ घंटे व्याख्यान में विचारों, विष्वासों और कार्यों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में नियोक्ताओं द्वारा गैर-संज्ञानात्मक कौशल को प्राथमिकता दी जा रही है और नौकरी के लिए चुने जाने वाले उम्मीदवार में 85 प्रतिशत उनका रवैया मायने रखता है। उन्होंने विभिन्न पेशेवरों के रवैये का जिक्र करते हुए कहा कि शिक्षकों को हमेशा अपने ज्ञान और विशेषज्ञता को दूसरों के साथ साझा करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
इस दौरान डॉ. खंबायत ने दृष्टिकोण पर विचार-विमर्श करते हुए बताया कि यह निर्धारित करता है कि लोग कितनी अच्छी तरह से काम करते हैं, उनकी आंतरिक भावना की अभिव्यक्ति, एक निश्चित तरीके से प्रतिक्रिया करने की प्रवृत्ति और मूल्यों की बाहरी अभिव्यक्ति क्या है। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर कर्मचारियों को धीरे-धीरे नौकरी की संतुष्टि से संगठनात्मक प्रतिबद्धता की ओर बढ़ना चाहिए। साथ ही उन्हें अपने दृष्टिकोण को बदलने के लिए बाधाओं को दूर करना जरूरी है, जैसे कि पूर्व नकारात्मक अनुभव, व्यक्तिगत अहंकार और असफलता का डर। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम समन्वयक डॉ. विपिन कुमार जैन से सभी का आभार व्यक्त किया।