एयरलाइंस कंपनिया ठीक से नहीं कर रही विमानों की देखरेख, डीजीसीए रात में करेगा चेकिंग

नई दिल्ली। हवाई यात्रियों को एयरलाइंस कंपनियों से काफी शिकायतें हैं हाल के दिनों में फ्लाइट के खराब हालात को लेकर कई यात्रियों ने परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक एयरलाइंस कंपनियां अपने जहाजों का ठीक से रखरखाव नहीं कर रही है। यात्री कई बार सोशल मीडिया पर फ्लाइट में फटी सीट और खिड़की के टूटे हुए शीशे के फोटो शेयर करते हैं। ऐसे में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) पुराने फ्लाइट को चेक करने का प्लान तैयार कर रही है। डीजीसीए के अधिकारी अब रात को एयपोर्ट पर खड़े इन जहाजों को चेक करेंगे। एक खबर के मुताबिक चेकिंग के दौरान किसी भी कमी के बाद इन फ्लाट्स को तब तक उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी जब तक की वो उसे ठीक न करा ले। बता दें कि उड़ान भरने से पहले हर फ्लाइट को इंजीनियर्स चेक करते है। लेकिन डीजीसीए की टीम ये चेंकिग रात को अलग से करेगी।
बता दें कि हाल ही में डीजीसीए ने बेंगलुरु में स्पाइसजेट बोइंग 737 और कोलकाता में एयर इंडिया की एयरबस ए320 के खिलाफ एक्शन लिया था। इन दोनों फ्लाइट्स की खराब हालत को लेकर यात्रियों ने फोटो ट्वीट की थी। इन दोनों फ्लाइट्स को अपनी सीट की हालत ठीक कराने के बाद ही उड़ान भरने की अनुमति दी गई थी। अखबार से बातचीत करते हुए एक अधिकारी ने कहा कि फ्लाइट्स में अब रात को रेगुलर चेकिंग की जाएगी। डीजीसीए के प्रमुख अरुण कुमार ने बताया कि इन दिनों लगातार चेकिंग हो रही है। उन्होंने बताया कि शिकायत मिलने के बाद अब तक स्पाइसजेट के 70 फ्लाइट्स को चेक किया जा चुका है। कमियों को दूर करने के लिए एयरलाइंस को कह दिया गया है और जब तक ये ठीक नहीं होंगे तब तक इन्हें उड़ान भरने की परमिशन नहीं दी जाएगी। अरुण कुमार के मुताबिक फ्लाइट्स में सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। बता दें कि इससे पहले डीजीसीए वित्तीय ऑडिट करता था। साल 2010 में ऐसा ही किंगफिशर एयरलाइंस के साथ हुआ था। 2019 से पहले किसी भी भारतीय एयरलाइंस के पास मजबूत बैलेंस शीट नहीं थी। सिर्फ इंडिगो के पास ठीक ठाक कैश रिजर्व है। हाल के दिनों में कोरना ने एयरलाइंस की हालत खराब कर दी है।