श्रीलंका में सांसद और पूर्व मंत्री के घरों में आग लगाई गयी, सत्ताधारी पार्टी के सांसद समेत 2 लोगों की मौत

कोलंबो । श्रीलंका में प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद हिंसा भड़क उठी है। यहाँ सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच एक बड़ी झड़प के दौरान देश के एक सांसद और एक पूर्व मंत्री के घरों में आग लगा दी गई. पूर्व मंत्री जॉनसन फर्नांडो के माउंट लाविनिया स्थित आवास और सांसद सनथ निशांत के घर पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया और आग लगा दी. हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के समर्थकों को निशाना बनाया. राजधानी कोलंबो में सोमवार को हुई हिंसक झड़प में सत्ताधारी पार्टी के एक सांसद समेत 2 लोगों के मारे जाने और 139 लोगों के घायल होने की खबर है.
श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे द्वारा दूसरी बार आपातकाल लागू किए जाने के बाद देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. सोमवार को राष्ट्रपति भवन के बाहर धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों पर सरकार के समर्थकों ने हमला बोला था.
इससे पहले दिन में भारी आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका की राजधानी में पुलिस ने कर्फ्यू लगा दिया गया था.
विरोध प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. इन झड़पों में कम से कम 20 घायल हुए हैं. राजपक्षे के समर्थकों ने डंडों और छड़ियों के साथ राष्ट्रपति के भवन के बाहर कैंप लगा कर बैठे निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर हमला बोल दिया.
ज्ञात रहे कि 4 मई को श्रीलंका के मुख्य विपक्षी दल ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और उनके मंत्रिमंडल के विरुद्ध एक अविश्वास प्रस्ताव जारी किया था. विपक्ष का आरोप है कि देश जब अपने सबसे बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है तब राजपक्षे ने अपने संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन नहीं किया. श्रीलंका के मुख्य विपक्षी दल एसजेबी ने मंगलवार को एसएलपीपी गठबंधन सरकार और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव संसद के अध्यक्ष को सौंपा. वहीं, दूसरी ओर सरकार ने नये संविधान के प्रस्ताव पर विचार करने के लक्ष्य से कैबिनेट की उप-समिति के गठन की घोषणा की.