लंदन । इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इयोन मोर्गन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। मोर्गन की कप्तानी में ही इंग्लैंड टीम ने साल 2019 में पहली बार एकदिवसीय विश्वकप जीता था। इंग्लैंड क्रिकेट के प्रबंध निदेशक रॉब की ने मोर्गन की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि उसने अपनी और आने वाली पीढिय़ों के लिए खेलने के तरीके को बदल दिया। खेल में उनकी विरासत को आने वाले कई सालों तक महसूस की जाएगी। मोर्गन के नेतृत्व में इंग्लैंड की टीम के नाम एकदिवसीय मैचों के 3 बड़े स्कोर है। वह हालांकि पिछले कुछ समय से अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पाये थे।
नीदरलैंड के खिलाफ पिछली श्रृंखला के शुरुआती दो मैचों में वह खाता नहीं खोल सके जबकि तीसरे मैच में चोट के कारण टीम से बाहर रहे थे। इस 35 साल के खिलाड़ी ने पिछले डेढ़ साल में टी-20 अंतरराष्ट्रीय और एकदिवसीय की 48 पारियों में केवल एक अर्धशतक ही लगाया था। इस क्रिकेटर ने कहा कि संन्यास का फैसला करना आसान नहीं था पर मेरा मानना है कि मेरे लिये ऐसा करने का यही सही समय है। मोर्गन इंग्लैंड की उस टीम का भी हिस्सा थे जिसने 2010 में टी-20 विश्व कप खिताब जीता था। उनकी कप्तानी में टीम 2016 में टी-20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। मोर्गन के नाम सबसे ज्यादा वनडे 225 और 115 टी20 मैचों के साथ ही सबसे ज्यादा रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी है। वहीं पूर्व ऑलराउंडर मोईन अली भी अपने पूर्व कप्तान के इस फैसले से हैरान नहीं हैं। मोईन ने कहा कि संन्यास के फैसले से पता चलता है कि उने लिए टीम पहले है। इस पूर्व कप्तान ने यादगार तरीके से अपना काम किया है और वह निश्चित रूप से अब तक का हमारा सर्वश्रेष्ठ कप्तान रहा है।