नारायण त्रिपाठी ने अपनी ही पार्टी पर लगाए थे धांधली के आरोप
सौरभ जैन “अंकित”
भोपाल । भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से भोपाल में मुलाकात की। यह मुलाकात अहम मानी जा रही है क्योंकि दो दिन पूर्व भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपनी ही पार्टी को लेकर बागी तेवर दिखये थे। इसके साथ ही निर्वाचन आयोग की व्यवस्था पर सवाल उठाये थे। हालांकि मुख्यमंत्री से मुलाकात का कारण राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी प्रत्याशी द्रोपती मुर्मू को समर्थन बताया जा रहा है। सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री ने त्रिपाठी से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी और उन्हें जल्द से जल्द दूर करने का भरोसा दिलाया।
गौरतलब है की सतना जिले के मैहर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने दो दिन पहले अपनी ही पार्टी को लेकर बागी तेवर दिखाए थे। त्रिपाठी ने अपनी ही पार्टी पर धांधली का आरोप लगते हुए नगरीय निकाय चुनावों की प्रक्रिया पर सवाल खड़े किये थे और कहा था कि निर्वाचन आयोग जैसी कोई व्यवस्था नजर ही नहीं आ रही है। अब चुनाव प्रक्रिया ही बंद करवा देना चाहिए और सदन की तरह हां और ना करवाकर प्रमाण पत्र एक दल विशेष के लोगों को देना देना चाहिेए। उन्होंने कहा था की चुनाव करवाने वाले जिम्मेदार अधिकारी भाजपा को वोट दिलवाते हुए नजर आ रहे हैं। मैं खुद भाजपा से विधायक हूं लेकिन ये सब देखकर बुरा लग रहा है।
दरसल, सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में नारायण त्रिपाठी अपनी ही पार्टी यानी की भाजपा पर करारा निशाना साधते हुए नजर आ रहे हैं। निकाय चुनावों की वोटिंग प्रकिया के दौरान नारायण त्रिपाठी का गुस्सा फूट पड़ा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के बाद नारायण त्रिपाठी ने कहा की मैने अपना मत रखा और पहली बार कोई आदिवासी वर्ग से राष्ट्रपति बनने जा रहा है। मेरा रुख स्पष्ट है। पार्टी की राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रोपती मुर्मू को ही वोट जाएगा।
खैर, राजनीतिक जानकारों के अनुसार राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले त्रिपाठी का अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलना और फिर मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात, राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया हैं।