अहमदाबाद | मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य के 8 महानगर पालिका क्षेत्रों में 4 से 12 अगस्त के दौरान आयोजित होने वाली राज्यव्यापी ‘तिरंगा पदयात्रा’ का गुरुवार को सूरत महानगर से शुभारंभ कराते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि देश की एकता, अखंडता एवं ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के प्रतीक तिरंगे को देश के सभी घरों में फहराने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान को स्वीकार करते हुए राज्य सरकार राज्य के एक करोड़ घरों पर तिरंगा फहराने को संकल्पबद्ध है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सूरत महानगर पालिका द्वारा राष्ट्र भावना के साथ मनाए जा रहे स्वतंत्रता के 75 वर्ष के अवसर पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत पिपलोद में आयोजित ‘तिरंगा पदयात्रा’ को प्रस्थान कराया और साथ ही इस पदयात्रा में नगरजनों के पैदल चल कर सहभागी भी हुए। लालभाई कॉण्ट्रैक्टर क्रिकेट स्टेडियम से कारगिल चौक तक दो किलोमीटर की इस तिरंगा यात्रा के रूट पर नगरजनों ने मुख्यमंत्री और महानुभावों का तिरंगा लहरा कर हर्षनाद के साथ अभिवादन किया। मुख्यमंत्री ने भी तिरंगा लहरा कर नगरजनों का अभिवादन स्वीकार किया। इससे पहले मुख्यमंत्री सहित महानुभावों, पदाधिकारियों ने यहाँ लगाए गए विभिन्न तिरंगा वितरण बूथ पर जाकर डिजिटल पेमेंट कर तिरंगा ख़रीदा। इसके बाद शुरू हुई पदयात्रा के रूट पर राज्य के सांस्कृतिक समूहों, स्कूलों के विद्यार्थियों-युवाओं ने परम्परागत सांस्कृतिक परिधान में देश भक्ति की रंगारंग कृतियाँ प्रस्तुत कीं और ‘तिरंग पदयात्रा’ में शामिल पदयात्रियों का उत्साहपूर्वक स्वागत किया। यात्रा के दौरान मिनी भारत समान सूरत में बसे विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक समूह तथा उनकी नृत्य प्रस्तुतियाँ आकर्षण का केन्द्र बने। मुख्यमंत्री ने लालभाई कॉण्ट्रैक्टर स्टेडियम में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जब स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर समग्र देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तब राज्य के हर नागरिक में राष्ट्र भावना जगाने में सूरत की यह तिरंगा पदयात्रा प्रेरणादायी बनेगी। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपेक्षा व्यक्त की कि प्रत्येक राज्य के सभी नागरिक घर पर तिरंगा फहराएँ और राष्ट्र भावना के इस यज्ञ में उत्साहपूर्वक जुड़ कर माँ भारती का गौरव बढ़ाएँ। उन्होंने सूरतवासियों के उत्साह की प्रशंसा करते हुए कहा कि खान-पान तथा स्पष्टवादिता के लिए विख्यात मौज़ीले सूरती राष्ट्र भक्ति में भी अग्रसर हैं। उन्होंने आकांक्षा व्यक्त की कि सूरती घर-घर तिरंगा फहरा कर राष्ट्र चेतना की इस पहल में योगदान दें। उन्होंने तिरंगा यात्रा के सुदृढ़ आयोजन के लिए सूरत महानगर पालिका के सूत्रधारों को अभिनंदन दिया।
इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने प्रासंगिक संबोधन में सूरतवासियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सूरतियों ने तिरंगा यात्रा के माध्यम से देश के कोने-कोने में राष्ट्रवाद का संदेश पहुँचाने का दायित्व उठाया है। सूरत के युवाओं-बच्चों का अपनी पॉकेट मनी से तिरंगा झंडा ख़रीद कर यात्रा में शामिल होना सराहनीय है। संघवी ने कहा कि स्वतंत्रता के 75 वर्ष की पूर्णता के अवसर पर देशवासियों में पुन: एक बार एकता एवं राष्ट्र भावना की लहर जागी है। उन्होंने तिरंगा भेंट करने के स्थान पर स्व-बचत से राष्ट्र ध्वज ख़रीदने का बलपूर्वक आग्रह किया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद सी. आर. पाटिल ने सूरतवासियों के देश भक्ति के उत्साह का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हज़ारों युवाओं, क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के प्रताप से आज देशवासी मुक्त रूप से राष्ट्र ध्वज फहरा सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के 1 करोड़ घरों पर तिरंगा फहराने के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के संकल्प को हम सभी साथ मिल कर पूर्ण करेंगे। पाटिल ने कहा कि ऐसे में जबकि राष्ट्र ध्वज की आचार संहिता में सुगम परिवर्तन कर केन्द्र सरकार ने किसी भी स्थान पर दिन-रात में राष्ट्र ध्वज फहराने की स्वतंत्रता दी है, तबउन्होंने लोगों से प्रधानमंत्री की ‘हर घर तिरंगा’की पहल के अंतर्गत स्वयं तिरंगा ख़रीदने एवं इस अभियान में उत्साह से जुड़ने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘हर घर तिरंगा’का थीम सॉन्ग लॉन्च किया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री सहित उपस्थित सभी ने घर-घर तिरगा के ध्येय के साथ 13 से 15 अगस्त के दौरान तिरंगे को मान-सम्मान के साथ फहराने का सामूहिक शपथ ग्रहण किया। पदयात्रा में विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी, शिक्षक, स्पोर्ट्स ग्रुप तथा एसोसिएशन, खिलाड़ी, सांस्कृतिक, सामाजिक व धार्मिक संगठन, परफ़ॉर्मिंग आर्ट्स संस्थाएँ, डायमंड व टेक्सटाइल एसोसिएशन, फ़ोस्टा, क्रेडाई, एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केन्द्र, हज़ीरा स्थित ओएनजीसी, कृभको, अदाणी, रिलायंस, एएमएनएस जैसे औद्योगिक समूहों व विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, राष्ट्रप्रेमी नागरिक देश भक्ति से पूर्ण वातावरण में उत्साह के साथ तिरंगा पदयात्रा में शामिल हुए। अन्य राज्यों के संगठन;विशेषकर ओडीशा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल आदि के नागरिक तथा उनके सांस्कृतिक समूह भी जुड़े।