‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में राजेश और बिमलेश नौकरी करने की सोचती हैं। उनके पिता गब्बर उन्हें रशियन एम्बेसी में ओपनिंग की बात बताते हैं और एक प्रोफेसर की जानकारी देते हैं, जो उन्हें रशियन सिखाएगा। हप्पू को उनके नौकरी करने का आइडिया पसंद नहीं आता । इस बीच, उनके शहर में एक महिला जासूस आती है और एक आदमी को गोली मार देती है। पुलिस उस महिला की तलाश शुरू करती है और वह महिला राजेश जैसी दिखती है। जब कमिश्नर हप्पू को उसकी तस्वीर दिखाता है, तो हप्पू को अपनी आँखों पर विश्वास नहीं होता है और वह चौंक जाता है। बाद में हप्पू और बेनी राजेश और बिमलेश को रशियन प्रोफेसर के साथ देखते हैं और उन्हें लगता है कि वे रशियन जासूस हैं। फिर कमिश्नर हप्पू को उसकी पत्नी को गिरफ्तार करने का ऑर्डर देता है और कहता है कि देश के लिये उनका कर्तव्य सर्वोपरि है।