‘वागले की दुनिया’ शो में बाल मजदूरी और हमारे जीवन में इसके प्रभाव पर रौशनी डाली गई ।
घर की नौकरानी आशा वित्तीय संकट के दौर से गुजर रही है और और जब उसे पता चलता है कि ज्योति की कजिन को अपने बच्चे के लिये एक फुल-टाइम बेबी सिस्टर चाहिये,। आशा अपनी आठ साल की बेटी कोमल को बच्चे की देखभाल के लिये भेजना चाहती है और उसका मानना है कि इससे उसकी बेटी को रहने के लिये एक अच्छा परिवार मिल जायेगा कोमल, जो खुद ही एक बच्ची है, को एक छोटे बच्चे की देखभाल करने और अपनी माँ से दूर रहने के लिये मजबूर किया जाता है। अथर्व को यह सब अच्छा नहीं लगता और वह कोमल को लेकर दुखी है। वह उस छोटी-सी बच्ची को इन सबसे छुटकारा दिलाने के उपाय ढूँढने लगता है।