बेनी एक दिन के लिये चिड़ियाघर में शेर बना

 ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में , ‘‘हप्पू के बच्चे बाल दिवस पर मूवीज देखने के लिये जाने की जिद करते हैं। हप्पू इस बारे में राजेश को बताता है और खर्च पर अपनी चिंता जाहिर करता है; राजेश उसे चिड़ियाघर जाने की सलाह देती है, जहाँ कम खर्चा होगा। हप्पू बच्चों से कहता है कि वह उन्हें शेर दिखाने चिड़ियाघर लेकर जाएगा। शेड्यूल तय करने के लिये जब वह चिड़ियाघर के मैनेजर को फोन करता है, तब उसे बताया जाता है कि चिड़ियाघर में शेर नहीं हैं, क्योंकि उन्हें मध्यप्रदेश के जंगलों में रिलोकेट किया गया है। हप्पू चिंता में पड़ जाता है । कुछ वक्त बाद बिमलेश उनके घर आती है और राजेश से यह कहकर बेनी की शिकायत करती है कि, ‘‘बस मेरे सामने शेर बने फिरते हैं।’’ हप्पू उनकी बातचीत सुन लेता है और एक प्लान बनाता है। वह बेनी के पास जाता है और कहता है कि वह एक दिन के लिये चिड़ियाघर में शेर बन जाए। ट्विस्ट तब आता है, जब एक असली शेर को उसी पिंजरे में रख दिया जाता है।