नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नागपुर में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। सबसे पहले उन्होंने नागपुर रेलवे स्टेशन से नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। वंदे भारत ट्रेन शुरू होने से पहले के मुकाबले कम समय में नागपुर से बिलासपुर या फिर बिलासपुर से नागपुर की यात्रा करना संभव हो सकेगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अन्य सुपरफास्ट ट्रेनों के मुकाबले ज्यादा सुविधायुक्त है। इसके बाद पीएम मोदी ने नागपुर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन किया। उन्होंने फ्रीडम पार्क से खपरी तक की यात्रा भी की। इस दौरान नागपुर मेट्रो में सवार छात्रों से पीएम मोदी ने बातचीत भी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर मेट्रो के फेज-2 की आधाशिला रखी। इस पर 6700 करोड़ रुपए खर्च आने की संभावना है।
पीएम मोदी नागपुर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के पहले चरण को लॉन्च किया और दूसरे चरण की आधारशिला रखी। पीएम मोदी समृद्धि महामार्ग के पहले चरण का भी उद्घाटन किया। यह सड़क मार्ग नागपुर को शिरडी से जोड़ेगा। इस दौरान उन्होंने एम्स को भी जनता को समर्पित किया। इसके बाद गोवा में पीएम मोदी मोपा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करने के साथ ही अन्य परियोजनाओं को भी लॉन्च करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 75 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
नागपुर में डॉक्टर बाबा साहब आंबेडकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद वह सीधे रेलवे स्टेशन गए जहां पीएम मोदी नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर उसे रवाना किया। यह देश की छठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है। इसके बाद पीएम मोदी ने नागपुर मेट्रो के पहले चरण को लॉन्च किया और दूसरे फेज की आधाशिला रखी। पीएम मोदी नागपुर के मिहान इलाके में स्थित एम्स को भी देशवासियों को समर्पित किया। दिलचस्प बात है कि पीएम मोदी ने जुलाई 2017 में एम्स की आधारशिला रखी थी। वह अब इसका उद्घाटन करेंगे। इस प्रोजेक्ट पर 1575 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत आई है।
महाराष्ट्र के नागपुर में हजारों करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी सीधे गोवा पहुंचेंगे। यहां वह विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के समापन समारोह को संबोधित करेंगे। साथ ही 3 राष्ट्रीय आयुष संस्थानों का उद्घाटन भी करेंगे। इसके अलावा पीएम मोदी गोवा में मोपा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भी उद्घाटन करेंगे। एयरपोर्ट के शुरू होने से यहां आने वाले पर्यटकों को काफी सुविधा होगी। पहले चरण के पूरा होने के बाद यहां से प्रतिवर्ष 44 लाख यात्री यात्रा कर सकेंगे।