इन्दौर । राज्य शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लगातार सेफसिटी कार्यक्रम के तहत महिला सुरक्षा एवं महिला अधिकारों पर जागरूकता कार्यक्रम प्रशिक्षण कार्यशाला सामुदायिक संवाद का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी आज जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री रामनिवास बुधोलिया एवं डायरेक्टर आईआईटी इन्दौर डॉ. सुहास जोशी के मुख्य आतिथ्य डीन डॉ. प्रीति शर्मा रजिस्ट्रार आईआईटी इन्दौर डॉ. सी.पी. होता के विशेष आतिथ्य में आईआईटी इन्दौर में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें आईआईटी इन्दौर का समस्त स्टॉफ और छात्र-छात्राओं ने भागीदारी दी।
आईआईटी इन्दौर की वूमेन सेल कन्वेनर डॉ. किरण बाला द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया गया और अतिथियों का स्वागत किया गया। डायरेक्टर आईआईटी ने अपने उद्बोधन में वूमेन सेफ्टी के पॉइंट को बताया और सभी को आत्म जागरूक एवं आत्मनिर्भर होने की सलाह दी। डीन के द्वारा महिलाओं की हिम्मत सेल्फडेफेंस और कराटे की महत्ता को बताया गया। उन्होंने कहा कि महिलाएं खुद को कमजोर न समझें और विरोध करना प्रारंभ करें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री रामनिवास बुधौलिया ने महिला बाल विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे सेफसिटी कार्यक्रम के उद्देश्य विभाग की प्राथमिकताएं और किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने आह्वान किया कि महिलाओं को हिंसा सहना नहीं है। प्रशासक वन स्टॉप सेंटर एवं सेफसिटी नोडल अधिकारी डॉ. वंचना सिंह परिहार द्वारा पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से समस्त हेल्पलाइन नंबर वन स्टॉप सेंटर योजना और उसके कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। ममता संस्था यूनिसेफ की भारती श्रीवास्तव द्वारा कार्यक्रम का समन्वय किया गया। अंत में डॉ. होता रजिस्ट्रार आईआईटी इन्दौर द्वारा धन्यवाद उद्बोधन दिया गया। उन्होंने आईआईटी इन्दौर द्वारा महिला सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने सेफसिटी कार्यक्रम में प्रशासन के साथ सहयोग की बात कही और आईआईटी इन्दौर में महिला कर्मचारियों के लिए बनाए गए विश्राम कक्ष का उद्घाटन भी करवाया। मंच संचालन असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ. पूजा दत्ता द्वारा किया गया। सीनियर कंसल्टेंट डॉ. मोनिका अक्षर सामाजिक सेवा समिति की राष्ट्रीय समन्वयक जया शेट्टी और अन्य गणमान्य नागरिक कार्यक्रम में उपस्थित थे।