मप्र ने कोविशील्ड के पांच लाख डोज की रखी मांग

डॉ चौधरी ने यह मांग केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से की
भोपाल । देश भर में कोरोना को लेकर अलर्टनेस के मददेनजर मध्यप्रदेश सरकार ने कोरोनारोधी वैक्सीन कोविशील्ड की पांच लाख डोज उपलब्ध कराने की मांग केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडाविया से की है। प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी ने केंद्रीय मंत्री ने इस पर तुरंत निर्णय लेने की बात कही है। वह सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ कोरोना से निपटने की तैयारियों को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे थे। बता दें कि प्रदेश में 18 साल से ऊपर के 98.5 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। मांडाविया ने मध्य प्रदेश समेत सभी राज्यों में कोरोना से बचाव और उपचार के लिए उपलब्ध संसाधनों का 27 दिसंबर को माकड्रिल करने को कहा है। इसमें आक्सीजन प्लांट वेंटिलेटर सहित अन्य उपकरणों को चला कर देखा जाएगा। डा. प्रभुराम चौधरी ने केंद्रीय मंत्री को आश्वस्त किया कि केंद्र ने कोरोना के नए सब वेरिएंट बीएफ-7 को लेकर जो दिशा निर्देश जारी किए हैं उनका पालन किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के भारत में मिल रहे मरीजों के बाद अब मध्य प्रदेश सरकार भी अलर्ट हो गई है। सभी कलेक्टरों को जिलों में सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं तो वहीं अब मध्य प्रदेश मंत्रालय में भी सख्ती करने के लिए वल्लभ भवन सुरक्षा अधिकारी विश्वास कुमार भटेले ने सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखा है।भटेले ने पत्र लिखकर कहा है कि पूर्व की तरह निर्देश जारी कर अन्य जिलों से डाक लाने के लिए मंत्रालय आने वाले बाबुओं पर रोक लगाई जाए। मंत्रालय में सीमित संख्या में प्रवेश दिया जाए। थर्मल स्कैनिंग और मास्क के बिना मंत्रालय में प्रवेश वर्जित किया जाए। पत्र में अधिकारीयों मंत्री विधायकों को भी मास्क पहनना अनिवार्य करने की बात कही गई है।बता दें कि प्रदेश में कोविशील्ड वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने की वजह से लोगों को सतर्कता डोज नहीं लग पा रही है। पहली और दूसरी डोज लगवाने के लिए भी लोग परेशान हो रहे हैं। इसके विकल्प के तौर पर लगाई जाने वाली कार्बोवैक्स वैक्सीन भी नहीं है। कोवैक्सीन के एक लाख डोज जरूर उपलब्ध हैं।