गुरदासपुर । पाकिस्तान के शहर कराची व आसपास के शहरों में रहने वाले हिंदू समुदाय के लोग जिनका अंतिम संस्कार हो चुका है उनकी 426 अस्थियां आज भी कराची के सोनपुरी श्मशान घाट व कुछ मंदिरों में पड़ी हैं जो लंबे समय से भारत के हरिद्वार में प्रवाहित होने का इंतजार कर रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की पाकिस्तानी हिंदुओं के लिए स्पॉन्सरशिप प्रणाली में सुधार के चलते इन अस्थियों को हरिद्वार की गंगा नदी के कनखल में प्रवाहित होने की संभावना बन गई है। हिंदू मान्यता के अनुसार जब तक मृतक की अस्थियां गंगा में प्रवाहित नहीं होती तब तक मृतक को मुक्ति नहीं मिलती। सूत्रों के अनुसार इससे पहले 2016 में 295 हिंदू समुदाय के लोगों की अस्थियां पाकिस्तान से भारत लाई गई थीं। उसके बाद भी हिंदू समुदाय के लोग इस आशा से अपने मृतक परिवारिक मैंबरों की अस्थियां श्मशान घाट या मंदिर में रखते आ रहे हैं कि एक दिन उन्हें इन अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने का मौका मिलेगा।
भारतीय हाई कमीशन से चल रही: पुजारी
सोल्जर बाजार स्थित श्री पंचमुखी राम मंदिर के पुजारी राम नाथ के अनुसार इसी इच्छा से पाकिस्तान के श्मशान घाट व मंदिरों में बड़ी संख्या में हिंदुओं की अस्थियां पड़ी हैं जबकि कुछ पाकिस्तान के कब्रिस्तानों में हिंदू समुदाय के लोगों के शव भी अमानत के रूप में दबे पड़े हैं ताकि जब उनके पास साधन होंगे तो वह आसपास के श्मशान घाटों में जाकर अंतिम संस्कार करेंगे। कराची के सोनपुर श्मशान घाट के अस्ती कलश में 300 से अधिक हिंदओं की अस्थियां पड़ी हैं जबकि बाकि मंदिरों में रखी हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय हाई कमीशन से बातचीत चल रही है और मोदी सरकार के रहते आशा है कि उनकी यह इच्छा जरूर पूरी होगी।