नई दिल्ली । केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2023 में रेलवे के लिए बड़ा ऐलान किया है। रेलवे के लिए इस बार 2.4 लाख करोड़ रुपए का बजट का प्रावधान किया गया है। यह 2013-14 बजट से करीब 9 गुना ज्यादा है। 2013 में रेलवे के लिए करीब 63363 करोड़ रुपए के बाजट का प्रावधान किया गया था। यह रेलवे के लिए अब तक का सबसे अधिक पूंजी परिव्यय है।
रेलवे पिछले कुछ साल में बहुत तेजी से बदला है और इसे लगातार इम्प्रूव किया जा रहा है। भारतीय रेलवे ने पर्यटक मार्गों पर एक नए डिजाइन वाले विस्टा डोम एलएचबी कोच को पेश करने की योजना बनाई है। देश में अब ट्रेन को लेटलतीफी का उदाहरण मानने के बाद स्पीड पर जोर दिया जा रहा है। बुलेट ट्रेन का काम चल रहा है लेकिन अभी सरकार का ज्यादा जोर वंदे भारत को देश के हर प्रमुख रूट तक पहुंचाना है। इसके अलावा सड़क मार्ग से माल ढुलाई पर हो रहे खर्च को भी कम करने पर जोर है। इसके लिए फ्रेट कॉरिडोर के काम को और तेज किया जा सकता है। इसके लिए देश के कई प्रमुख राज्यों में मालगाडि़यां दौड़ाने के लिए पटरियां बिछानी पड़ेंगी।
रेलवे को विस्तार देने के लिए जाहिर है कि इन्फ्रा पर बहुत ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। फ्रेट कॉरिडोर के लिए बिजली की खपत भी बढ़ानी होगी क्योंकि लंबी दूरी की मालगाडि़यों को तेल पर चलाना घाटे का सौदा होगा यानी रेलवे के लिए बिजली के इन्फ्रा को भी तैयार करना होगा। एल्युमीनियम के कोच बनाने पर भी ज्यादा फोकस हो सकता है क्योंकि यह लोहे के कोच से काफी हल्के होते हैं और ज्यादा वजन भी सह सकते हैं। इन्फ्रा पर इस बार 20 फीसदी तक पैसा बढ़ाने की मांग की गई है।