अंतर्राष्ट्रीय पेरा एथलीट और इन्दौर की दिव्यांग बेटी पूजा गर्ग का दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा सम्मान –

:: लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस ने इन्दौर से नाथुला दर्रे की 4500 किमी की यात्रा को माना नया विश्व कीर्तिमान ::
इन्दौर । कैंसर और स्पाइनल इंज्यूरी को हराकर नाथुला दर्रा फतह करने वाली भारत की अंतर्राष्ट्रीय पेरा एथलीट और इन्दौर की दिव्यांग बेटी पूजा गर्ग को लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस ने अद्वितीय साहसिक कार्य के लिए अधिकारिक रूप से मान्यता देते हुए विश्व कीर्तिमान की श्रेणी में सम्मान प्रदान किया है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उन्हें यह प्रमाण पत्र प्रदान किया।
लंदन बुक की अधिकारिक समिति ने पूजा गर्ग के इस मिशन को ‘मानव शक्ति और संकल्प का प्रतीक’ बताते हुए उन्हें दिव्यांगजनों के लिए एक नई प्रेरणा बताया है। दिल्ली में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में पूजा को दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने यह प्रमाण पत्र प्रदान किया और उन्हें शक्ति का प्रतीक निरुपित किया। इस अवसर पर स्पोर्ट्स अथारिटी ऑफ इंडिया (साई) के महानिदेशक एवं लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्डस के भारत स्थित प्रतिनिधि भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने उन्हें जब यह प्रमाण पत्र भेंट किया तो वहां मौजूद सैकड़ों नागरिकों ने खड़े होकर उन्हें सलामी दी। श्रीमती गुप्ता ने कहा कि पूजा गर्ग पूरी दुनिया में साहस और जीवटता की नई परिभाषा है। न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में पूजा का नाम कैंसर सर्वाइवर्स और दिव्यांगजनों के लिए शक्तिपुंज के रूप में स्थापित हो गया है। पूजा गर्ग जीवन की योद्धा और नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन गई है। वे हिम्मत, इंसानियत और उम्मीद की चलती-फिरती प्रतिमा है। म.भा. अग्रवाल सभा के मंत्री रमेश पीठेवाले ने पूजा गर्ग को मिले इस सम्मान पर बधाई देते हुए उन्हें अग्रवाल समाज का गौरव बताया है।
उल्लेखनीय है कि गत नवम्बर माह में 7 नवम्बर को अंतर्राष्ट्रीय कैंसर अवेयरनेस दिवस पर इन्दौर से 14 हजार 400 फीट ऊंचाई पर स्थित नाथुला दर्रे की 4500 किलोमीटर की दूरी तय कर तिरंगा झंडा फहराकर यह कीर्तिमान स्थापित किया था। वे स्वयं कैंसर पीड़ित और दिव्यांग होकर स्पाइनल कार्ड से ग्रस्त युवती हैं और इन्दौर से गत 25 अक्टूबर 2024 को बाइक से नाथुला दर्रे के लिए प्रस्थित हुई थीं। पूजा ने प्रतिदिन 320 किलोमीटर की यात्रा तय कर यह लक्ष्य हांसिल किया। अब वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्डस ने भी उनके इस कीर्तिमान को अधिकारिक मान्यता प्रदान कर दी है। इसके पूर्व केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख भाई मांडविया ने भी पूजा को गत 13 नवम्बर को दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास पर आमंत्रित कर उन्हें भारत का गौरव बताते हुए सम्मानित किया था। हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी पूजा को साहसिक बेटी बताते हुए उन्हें राज्य शासन की ओर से हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।