राजधानी दिल्ली में फरवरी में ही गर्मी के तेवर बढ़े

नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में फरवरी में ही गर्मी के तेवर बढ़ गए हैं। फरवरी में ही सूरज आग बरसाने लगा है। 17 साल बाद फरवरी में इतनी अधिक गर्मी देखने को मिली है। सोमवार को अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री के स्तर को छू गया। यह सामान्य से 9 डिग्री अधिक है। पीतमपुरा में तो पारा 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। नजफगढ़ में भी तापमान 34.6 डिग्री तक पहुंच गया। इससे पहले 2006 की फरवरी में इससे अधिक गर्मी पड़ी थी।
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन तापमान 33 डिग्री के करीब रहेगा। वहीं विशेषज्ञों का कहना कि मंगलवार का दिन काफी अहम हो सकता है। तापमान एक नया रिकॉर्ड बना सकता है। इसके बाद बढ़ते तापमान पर ब्रेक लग सकता है, लेकिन तापमान में कमी की अधिक उम्मीद नहीं है। गुरुवार को आसमान साफ रहेगा। अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री रह सकता है। 22 फरवरी को भी अधिकतम तापमान 33 और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री रहेगा। इसके बाद तापमान के बढ़ने पर ब्रेक लग जाएगा। लेकिन अधिक कमी आने की कोई संभावना नहीं है। 23 और 24 फरवरी को अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री रह सकता है। वहीं 25 व 26 फरवरी को अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री तक रह सकता है। 24 फरवरी से तापमान फिर से बढ़ेगा।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते तापमान का कारण गेहूं का दाने का साइज कम होगा। इस समय जो गर्मी पड़ रही है, वह गेहूं की फसल के लिए ठीक नहीं है। विशेषज्ञ कहते हैं कि अभी कितना नुकसान होगा, इसका आंकलन तो अभी नहीं किया जा सकता, लेकिन पैदावार जरूर प्रभावित होगी। केंद्र सरकार ने गेहूं की फसल पर तापमान में बढ़ोतरी के प्रभाव की निगरानी के लिए एक समिति का गठन किया है। यह कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश को छोड़कर प्रमुख गेहूं उत्पादक क्षेत्रों में अधिकतम तापमान फरवरी के पहले हफ्ते के दौरान पिछले सात वर्षों के औसत से अधिक था।
राजधानी में 3 से 4 दिन प्रदूषण स्तर बेहद खराब रहने की संभावना
गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है, लेकिन प्रदूषण में कमी नहीं आ रही है। 4 दिन पहले तक फरवरी में बेहद खराब दिन थे ही नहीं, लेकिन पिछले 4 दिनों से राजधानी में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्तर पर बना हुआ है। आगे भी अभी 3 से 4 दिन प्रदूषण स्तर बेहद खराब रहने की संभावना है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 21 फरवरी को प्रदूषण में थोड़ा सा सुधार होगा, लेकिन यह बेहद खराब स्तर पर ही रहेगा। इसके बाद 22 और 23 फरवरी को प्रदूषण के स्तर में इजाफा होगा, लेकिन यह बेहद खराब स्तर पर ही रहेगा। इसके बाद भी अगले छह दिनों तक यह खराब से बेहद खराब के स्तर पर रहेगा। 20 फरवरी को दक्षिणपूर्वी हवा चली और इनकी रफ्तार कुछ मौकों पर आठ किलोमीटर प्रति घंटे की भी रही। 21 फरवरी को हवाओं की रफ्तार 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास रहेगी।