ग्राम्य जीवन की सौम्य संध्या ….!

खेतों में लहलहाती फसल , बौराएं आम के आगोश में घरौंदा , दूर पहाड़ी पर मंदिर तथा पवन से ऊर्जा सहेजते  पंखे….!  संध्या के समय का यह नयनाभिराम खेत-खलिहान का यह दृश्य शहर-वासियों के लिए तो मात्र कल्पना ही हैं…!

फोटो : ऋतुराज बुड़ावनवाला, खाचरौद (उज्जैन)