भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश में फसल क्षति की राहत राशि बाँटने में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य है। भारत के अन्य राज्यों में किसानों को इतनी अधिक राशि प्रदान नहीं की जाती है। प्रदेश में फसलों का 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान को शत-प्रतिशत मान कर राहत राशि प्रदान की जाती है। मुख्यमंत्री चौहान मंत्रि-परिषद की बैठक के पहले मंत्रीगण को संबोधित कर रहे थे। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज मैंने वर्षा और ओला प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। सभी प्रभावित किसानों की फसलों का सर्वे कर राहत राशि प्रदान की जाएगी। राज्य सरकार संकट की घड़ी में किसानों के साथ है। उन्हें हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी। किसानों को राहत राशि के अलावा फसल बीमा योजना का लाभ भी दिलाया जायेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल करते हुए वैज्ञानिक तरीके से फसल क्षति का आकलन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अभी प्रदेश के 20 जिलों में लगभग 33 हजार हेक्टेयर में नुकसान होने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि प्रभावित किसानों से कर्ज वसूली नहीं होगी। बेटियों की शादी में मदद भी की जायेगी। बैठक के पूर्व राष्ट्र-गीत वंदे-मातरम का गायन हुआ।