दशहरा मैदान ‘अवध लोक’ में आज 151 फीट ऊंची गुड़ी की पूजा के साथ राम जन्मोत्सव का शुभारंभ –

इन्दौर । दशहरा मैदान स्थित ‘अवध लोक’ पर 9 दिवसीय श्रीराम जन्मोत्सव एवं हिन्दू नववर्ष का शुभारंभ वर्ष प्रतिपदा के शुभ पर्व पर बुधवार 22 मार्च को सुबह 10 बजे 151 फीट उंची गुड़ी के पूजन के साथ होगा। इसके पूर्व ‘अवध लोक’ में निर्मित 108 कुंडीय यज्ञशाला में श्रीराम जानकी सर्व विजय महायज्ञ का शुभारंभ सुबह 7 बजे से होगा, जिसमें 500 से अधिक यजमान युगल शामिल होंगे। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी रामगोपालदास, मौनी बाबा आश्रम उज्जैन के महामंडलेश्वर स्वामी सुमनजी, सदगुरू अण्णा महाराज एवं यज्ञाचार्य पं. माधव रामानुज शास्त्री सहित अनेक संत, विद्वान भी उपस्थित रहेंगे।
सबके राम दिव्य अनुष्ठान के संयोजक महेन्द्रसिंह चौहान एवं श्रीमती प्रवीणा अग्निहोत्री ने बताया कि दशहरा मैदान स्थित सबके राम अनुष्ठान की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। 108 कुंडीय राम जानकी सर्व विजय महायज्ञ संपादित कराने के लिए मालवांचल के विभिन्न संस्कृत विद्यालयों एवं गुरूकुलों के आचार्य इन्दौर पधार गए हैं। ऐसे 151 विद्वानों के निर्देशन एवं आचार्य पं. माधव रामानुज शास्त्री के आचार्यत्व में यहां प्रतिदिन सुबह 7 से 10 बजे तक सर्व विजय महायज्ञ होगा। प्रतिदिन संध्या को विभिन्न कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इस श्रृंखला में बुधवार 22 मार्च को देश के प्रख्यात शर्मा बंधुओं की भजन संध्या रात 8 बजे से होगी। इसके पूर्व सायं 6 बजे से राम गीत धुन एवं सायं 7 बजे आरती भी होगी। आरती में प्रतिदिन संत विद्वानों का सानिध्य भी प्राप्त होगा। बुधवार को शर्मा बंधुओं की भजन संध्या में डॉ. राजीव शर्मा, मुकेश शर्मा, शैलेष शर्मा एवं मिथिलेश शर्मा अपनी संगीतमय प्रस्तुतियां देंगे। सूरज की गर्मी से तपते हुए तन को मिल जाए तरुवर की छाया… जैसा विश्व विख्यात भजन इन्हीं शर्मा बंधुओं की रचना है। 23 मार्च को संस्था शौर्य नमन के तत्वावधान में कवि सम्मेलन भी रात 8 बजे से होगा।
:: रामलला मंदिर की प्रतिकृति स्थापित होगी ::
बंगाल के 60 कलाकारों ने रामलला के मंदिर का जो मॉडल यहां तैयार किया है उसमें राम दरबार की स्थापना बुधवार को सुबह गुड़ी पड़वा महोत्सव के साथ की जाएगी। इस प्रतिकृति में रामलला के दर्शन प्रतिदिन सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक निःशुल्क हो सकेंगे। प्रतिदिन संध्या को 7 बजे शहर के विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि यहां प्रख्यात संतों एवं धर्माचार्यों के साथ महाआरती का पुण्य लाभ उठा सकेंगे। शहर के किन्नर समाज के बंधु भी महोत्सव में आकर आरती करेंगे।
:: परिवार सहित मेले का आनंद ::
अवध लोक में परिवार सहित आने वाले बंधुओं के लिए देश के विभिन्न राज्यों के लोकप्रिय व्यंजनों के साथ ही बच्चों के लिए झूले, चकरी, आईस्क्रीम, कुल्फी, लिट्टी चोखा, पूड़ी-श्रीखंड, पूरणपोली, पानीपुरी सहित विभिन्न प्रकार के व्यंजन भी किफायती दर पर उपलब्ध रहेंगे। करीब 50 स्टाल इन व्यंजनों के लगाए गए हैं। इनका शुभारंभ भी बुधवार सुबह से नव हिन्दू वर्ष के उपलक्ष्य में होगा।