सब भूल जाता है
नहीं भूला तो बस
नीम का पेड़
सब भूल जाता है
नहीं भूली तो बस
बचपन की गलियां
सब भूल जाता है
नहीं भूला तो बस
सब भूल जाता है
नहीं भूला तो बस
बच्चों को पढ़ाना
सब भूल जाता है
नहीं भूला तो बस
हरश्रृंगार का सफेद फूल
सब भूल जाता है
नहीं भूला तो बस
सहेलियों का साथ
सब भूल जाता है
नहीं भूला तो बस
उसका मुस्कुराना
सब भूल जाता है
नहीं भूला तो बस
सब भूल जाता है
नहीं भूली तो बस
जॉन डन की कविताएं
सब भूल जाता है
नहीं भूला तो बस
उसका हमें भूल जाना
संतोष कुमारी
शाहदरा दिल्ली
8130625397