मुख्यमंत्री ने सीहोर में खजूरी माइक्रो उद्ववहन सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन किया
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के हर गाँव और हर खेत में पानी पहुँचाने का हमारा संकल्प है। प्रदेश में सभी का आर्थिक सशक्तिकरण करके रहेंगे। बहनों की आमदनी कम से कम 10 हजार रुपए करने की कोशिश की जा रही है। मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत सर्वे कराकर पात्र लोगों को पक्के मकान बनाकर दिए जाएंगे। अपने स्कूल में 12वीं कक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को स्कूटर और छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान सीहोर जिले के भिलाई ग्राम में 1533 लाख 64 हजार रुपए की लागत की खजूरी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन और बारेला समाज के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में सांसद रमाकांत भार्गव, मुख्यमंत्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, कार्तिकेय चौहान, मध्यप्रदेश राज्य अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम की अध्यक्ष श्रीमती निर्मला बारेला, पूर्व मंत्री अंतर सिंह आर्य और जन-प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में अनुसूचित जनजाति के भाई-बहन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पहले इस क्षेत्र में पानी, सिंचाई, बिजली, सड़क की कमी थी। मैंने मुख्यमंत्री बनते ही पानी, सिंचाई, बिजली की सुविधाएँ उपलब्ध कराईं और सड़कों का जाल बिछाया। नर्मदा जल, पाइप लाइन बिछाकर घरों में नल से पहुँचाने का कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में बहनों के खाते में हर माह एक-एक हजार रुपए की राशि डाली जा रही है। इसे धीरे-धीरे बढ़ाकर 3 हजार रुपए किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, गाँव से बाहर पढ़ाई करने जाने वाले विद्यार्थियों को नि:शुल्क साइकिल प्रदाय योजना सहित अनेक योजनाएँ चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पहले अनुसूचित जनजाति के भाई-बहनों पर अत्याचार, अन्याय होता था। हमारी सरकार ने अनुसूचित जनजाति पर होने वाले अत्याचारों को रोका ही नहीं बल्कि राज्य सरकार विकास के नए कीर्तिमान गढ़ रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मैंने पैदल यात्रा निकालकर अनुसूचित जनजाति समाज में जागृति उत्पन्न करने और उनको अपना अधिकार प्राप्त करने के प्रति जागरूक किया। प्रदेश में माफियाओं से जमीन का कब्जा हटाया और गरीबों को पट्टे देने का कार्य किया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बेटे-बेटियों की पढ़ाई- लिखाई में कोई कमी नहीं होने देंगे। युवाओं को स्व-रोजगार के लिए लोन दिया जा रहा है। आज गरीबों को मुफ्त में राशन, बेटियों की शादी, लाड़ली बहनों को एक हजार रुपए देने जैसी कई योजनाएँ क्रियान्वित कर लोगों की जिंदगी बदलने का कार्य किया जा रहा है।