भारत ही हमारे देश का मूल नाम, इंडिया नाम अंग्रेजों की देन : सुमित्रा महाजन

इन्दौर । लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मंगलवार को कहा कि हमारे देश का मूल नाम निर्विवाद रूप से भारत ही है और इंडिया नाम अंग्रेजों की देन है। उन्होंने यह बात ऐसे वक्त कही है, जब खबरें सामने आई हैं कि जी-20 के 9 सितंबर को आयोजित रात्रिभोज के निमंत्रण में भारतीय राष्ट्रपति को प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत के नाम में संबोधित किया गया है।
सुमित्रा महाजन ने एक चर्चा के दौरान कहा कि यह बात उनकी समझ में नहीं आती कि भारत और इंडिया के नामों को लेकर विवाद की स्थिति क्यों होनी चाहिए? हमारे देश का मूल नाम भारत ही है। इसके अलावा, इसे हिंदुस्तान भी कहा जाता है। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सिंधु घाटी सभ्यता को अंग्रेजों ने ‘इंडस वैली सिविलाइजेशन’ कहा था। नतीजतन अंग्रेजों ने अपनी समझ से भारत को इंडिया के रूप में संबोधित किया। भारत पर अंग्रेजों के राज के कारण यह शब्द प्रचलन में रहा। महाजन ने कहा कि भारत को भारत कहे जाने में किसी भी व्यक्ति को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा,’हम भारत के नागरिक के रूप में खुद को भारतवासी ही कहते हैं। उन्होंने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष रहने के दौरान जब वह विदेश दौरों पर जाती थीं, तो मजाक में कहती थीं कि अंग्रेजी वर्णक्रम के आधार पर उन्हें आगे की कुर्सी मिलनी चाहिए क्योंकि वह ‘‘बी’’ शब्द से शुरू होने वाले भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं।