:: खंडवा का इन्दौर-बुरहानपुर से टूटा संपर्क ::
इन्दौर/खंडवा/बुरहानपुर (ईएमएस)। मध्यप्रदेश के कई जिलों में जारी बारिश अब कहर बनकर बरस रही है। प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार से हो रही भारी बारिश के चलते नर्मदा व तापी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सुरक्षा को देखते हुए इन्दौर-खंडवा राजमार्ग मोरटक्का पुल (ओंकारेश्वर रोड़) से आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खंडवा जिले के खेड़ी घाट पर नर्मदा नदी पर बने ब्रिज से आवागमन रोक दिया गया है। ब्रिज से नर्मदा का जलस्तर लगभग समान ही हो चुका है। यहां नर्मदा रौद्र रूप में बह रही है। आवागमन बंद होने से खंडवा बुरहानपुर जिलों का इन्दौर से सीधे सड़क मार्ग का संपर्क टूट गया है। इधर अबना नदी भी उफान पर होने से इस पर भी फिलहाल आवागमन बन्द है। बता दें कि जिले में लगातार हो रही बारिश के बाद इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर डेम के गेट खोले गए हैं और नर्मदा में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके चलते इस तरह के हालात बने हैं।
मांधाता थाना प्रभारी बलजीत सिंह बिसेन ने बताया कि डेम से लगातार पानी छोड़ने की कैपेसिटी को बढ़ाया जा रहा है। साथ ही समय के साथ-साथ और अधिक पानी छोड़ा जाएगा। उसी के मद्देनजर पूर्व से ही एहतियातन खेड़ी घाट के ब्रिज को हमने बंद कर दिया है और जैसे भी निर्देश होंगे उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभी तो पूर्णतः इस ब्रिज को हमने बंद कर दिया है। उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह लगभग 30000 क्यूसेक पानी और छोड़ा जाना है उसी के लिए व्यवस्थाएं की जा रही है।
:: खतरे के निशान के 8 मीटर ऊपर बह रही ताप्ती ::
ताप्ती नदी का जलस्तर अचानक बढ़ा गया है। जिले में लगातार बारिश व बैतूल के बांध से पानी छोड़े जाने के बाद ताप्ती नदी खतरे के निशान से आठ मीटर ऊपर बह रही है। ताप्ती नदी 220 खतरे के निशान से आठ मीटर ऊपर बह रही है। ताप्ती नदी में बाढ़ से सभी घाट, पिपलघाट, राजघाट, सतियारा घाट हुए जलमग्न हो गए हैं। बाढ़ का पानी निचली बस्तियों के लोगों के घरों में घुस रहा है। निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों के घरों में जिला प्रशासन अन्य जगह भेजने में जुट गया है।
बुरहानपुर में लगातार 24 घंटे से हो रही बारिश के चलते शहर से बहने वाली ताप्ती नदी उफान पर है और इस समय खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिसके चलते प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। सतत पुलिस और होमगार्ड के जवान ताप्ती नदी के घाटों पर और निचली बस्तियों पर नजर बनाए हुए हैं। निचली बस्तियों को खाली करवाया जा रहा है और प्रशासन हर घंटे मॉनिटरिंग कर रहा है। सीसी गौरव पाटिल ने बताया कि बैतूल में ताप्ती नदी पर बने डैम के तीन गेट खोले गए हैं, जिसके चलते और भी पानी बढ़ने की आशंका है। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और होमगार्ड, एसडीआरएफ, नगर निगम, एवं पुलिस की टीम घाटों पर और निचली बस्तियों पर अपनी नजर बनाए हुए हैं।
जिला प्रशासन ने होमगार्ड सहित पुलिस प्रशासन, निगम प्रशासन व राजस्व विभाग को मौके पर भेजा गया है। बैतूल और अन्य क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के चलते जलस्तर बढ़ा गया है। इसको लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो चुका है। नदी के सभी तटों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और होमगार्ड के जवान नजर बनाए हुए हैं। ताप्ती नदी के सभी घाट डूब चुके हैं। लोगों ने पहली बार बाढ़ का पानी आने के बाद ताप्ती नदी की पूजा अर्चना भी की है।
बुरहानपुर कलेक्टर ने जिले में अतिवृष्टि के कारण जिले के सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों की कक्षा नर्सरी से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए अवकाश घोषित किया जाता है। जिन विद्यालय में त्रैमासिक परीक्षा संचालित है वे विद्यालय प्रथम पारी के उपस्थित छात्र-छात्राओं की परीक्षा यथावत संचालित करेंगे, द्वितीय पारी में परीक्षाएं संचालित नहीं होगी।
:: उज्जैन में भारी बारिश, गंभीर डेम के पांच गेट खोले गए ::
उज्जैन में शुक्रवार रात से लगातार जारी तेज बारिश के कारण शहर की प्यास बुझाने वाले गंभीर डेम के पांच गेट खोलने पड़े हैं। नगर निगम के पीएचई इंजीनियर राजीव शुक्ला ने बताया कि गंभीर डेम के लेवल को मैंटेन करने के लिए देर रात से पांच गेट खोले गए हैं।
:: उफान पर शिप्रा नदी, कई मंदिर डूबे ::
लगातार हो रही बारिश से शिप्रा नदी भी उफान पर है। रामघाट के कई मंदिर डूब गए हैं। बारिश का पानी बड़े पुल से कुछ ही नीचे बह रहा है। नदी नालों पर अत्यधिक पानी होने के साथ ही यह बारिश किसी के लिए आफत ना बने इसीलिए कलेक्टर ने यह आदेश जारी किए हैं।