करोड़ों खर्च करने के बाद भी पीएम का महाकुंभ हुआ फ्लॉप : सुरजेवाला

नई दिल्ली । कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी पीएम मोदी का कार्यकर्ता महाकुंभ भोपाल में फ्लॉप शो सा‎बित हुआ। कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए ‎कहा ‎कि जहां 10 लाख लोगों के शा‎मिल होने का दावा किया गया था, वहीं 50 हजार लोग भी नहीं जुटे। गौरतलब है ‎कि भाजपा कार्यकर्ताओं की एक विशाल सभा कार्यकर्ता महाकुंभ को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधा तथा पार्टी की तुलना जंग लगे लोहे से की और आरोप लगाया कि इसे अब कांग्रेस के नेता नहीं बल्कि कुछ अर्बन नक्सलियों द्वारा चलाया जा रहा है तथा इसके नारों से लेकर नीतियों तक हर चीज ‘आऊट सोर्स’ की जा रही है। सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा ‎कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद, कार्यकर्ता महाकुंभ भाजपा के 10 लाख पार्टी कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करने के दावे के मुकाबले 50,000 कार्यकर्ता भी नहीं जुटा सका। सुरजेवाला ने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने शिवराज सिंह चौहान सरकार की एक भी योजना का जिक्र नहीं किया क्योंकि उन्हें पता था कि ये सभी भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं। मोदी के इस बयान का जिक्र करते हुए कि पहली बार मतदाता काफी भाग्यशाली है क्योंकि उन्होंने मध्य प्रदेश में कांग्रेस का शासन नहीं देखा है, बल्कि भाजपा सरकार के तहत केवल विकास देखा है।
इस पर सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश के युवाओं ने 20 साल की भाजपा सरकार में व्यापमं घोटाले से 23 प्रकार की भर्ती परीक्षाओं में एक करोड़ युवाओं के भविष्य को बर्बाद होते देखा है। भाजपा 2003 से मध्य प्रदेश में सत्ता है। दिसंबर 2018 से मार्च 2020 के बीच की अवधि को छोड़कर इस बीच भाजपा राज्य की सत्ता पर काबिज रही। दिसंबर, 2018-मार्च 2020 के दौरान कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार प्रदेश में थी। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि राज्य में हाल ही में हुई पटवारी भर्ती परीक्षा के पेपर 15-15 लाख रुपये में बेचे गए।
राज्य में शैक्षणिक बुनियादी ढांचे का जिक्र करते हुए सुरजेवाला ने कहा, भाजपा शासन के 18 वर्षों में 26,000 स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं है, 29,000 स्कूल स्थायी रूप से बंद हो गए और नौ लाख छात्रों के नामांकन में कमी आई। उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछले 18 वर्षों में राज्य में 18,966 बेरोजगार युवाओं ने आत्महत्या की है। भाजपा ने कृषि आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन पिछले 18 वर्षों में लगभग 20,000 कृषकों ने आत्महत्या कर ली है। सुरजेवाला ने सीधी जिले में एक आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब करने की कुख्यात घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश आदिवासियों और दलितों पर अत्याचार में नंबर एक है।