भारत को अपनी धरती पर खेलने का लाभ विश्ककप में मिलेगा : मुरलीधरन

अश्विन निभाएंगे अहम भूमिका
लखनऊ । श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर रहे मुथैया मुरलीधरन ने कहा है कि भारत को अपनी धरती पर खेलने का फायदा विश्वकप में होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय बल्लेबाज और गेंदबाज फार्म में हैं जिनका फायदा टीम को होगा पर इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया की टीमें भी विश्व कप की प्रबल दावेदार हैं और ये भारत को कड़ी टक्कर देंगी। साथ ही कहा कि अनुभवी स्पिनर आर अश्विन भारतीय टीम के लिये अंतर पैदा करेंगे क्योंकि वह एक बेहतरीन गेंदबाज है जो बल्लेबाज के दिमाग को पढ़ने की क्षमता रखता है और उसे कभी भी परेशानी में डाल सकता है।
पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाड़ी भारतीय उपमहाद्वीप की कंडीशन से भलींभांति वाकिफ है और ये टीमें भी विश्वकप में हैरान कर सकती हैं। मुरलीधरन ने अपने क्रिकेट करियर के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि 1996 का विश्व कप उनके क्रिकेट करियर का सबसे यादगार क्ष्ण था जब उनके देश ने विश्वकप जीता था। उन्होंने ने कहा कि उन्हे वीरेन्द्र सहवाग के सामने गेंदबाजी करना चुनौती भरा लगता था। हालांकि उनके करियर में मिले 800 विकेट में से हर विकेट उनके लिए बेशकीमती है।
वहीं इस स्पिनर ने कहा कि विराट कोहली एक शीर्ष स्तर के बल्लेबाज हैं पर उनकी तुलना महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से नहीं की जा सकती। मुरली ने सचिन को क्रिकेट की दुनिया का अनूठा बल्लेबाज करार दिया है। मुरलीधरन ने कहा कि विराट की तुलना उनसे करना सही नहीं होगा। अपनी फिल्म ‘800 के प्रमोशन के सिलसिले में भारत आये मुरलीधरन ने कहा कि विराट के अलाव विश्व के अन्य बल्लेबाजों की तुलना भी सचिन से नहीं हो सकती। वह महान बल्लेबाज रहे हैं। सचिन ने 14 वर्ष की उम्र में रणजी खेलना शुरू किया जबकि मात्र 16 वर्ष की आयु में उन्होने पाकिस्तान के खिलाफ खेल कर अंतररष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण की उम्र में वकार युनूस जैसे गेंदबाजों का सामना किया। शतकों का शतक लगाने वाले सचिन जैसा प्रतिभाशाली बल्लेबाज केवल एक बार जन्म लेता है। उन्होंने कहा कि निसंदेह विराट एक बेहतरीन बल्लेबाज है मगर उनकी तुलना सचिन से करना गलत है। क्रिकेट के हर दौर में प्रतिभावान खिलाड़ी निकल कर सामने आते हैं मगर उनकी तुलना किसी अन्य से करना सही नहीं होता।