नई दिल्ली । भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा है कि उनकी तुलना भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से नहीं हो सकती। हरमनप्रीत ने कहा कि धोनी हमेशा दबाव के बीच भी शांत बने रहते हैं पर मेरे साथ ऐसा नहीं है। इसलिए उनसे मेरी तुलना करना ठीक नहीं है। वहीं इससे पहले दिग्गज हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्लै ने हरमनप्रीत को हॉकी टीम का धोनी करार दिया था। हरमनप्रीत की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने चीन में हुए एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतकर पेरिस ओलंपिक के लिए प्रवेश हासिल किया है।
हरमनप्रीत ने कहा, ‘मैदान पर मैं कभी शांत नहीं बल्कि आक्रामक रहता हूं पर मैदान के बाहर शांत रहने का प्रयास करता हूं। वहीं कठिन हालातों में भी शांत रहने वाले धोनी को ‘कैप्टन कूल के नाम से जाना जाता है। हरमनप्रीत ने कहा, ‘मैं उनसे तुलना पर गर्व का अनुभव कर रहा हूं पर मैं उनकी तरह शांत नहीं हूं। हरमनप्रीत ने कहा, ‘एक खिलाड़ी के तौर पर आप कभी संतुष्ट नहीं रहते। आपको अपना सपना पता होता है। स्वर्ण जीतने के बाद अगली बार आप उसे बरकरार रखना चाहोगे।
उन्होंने कहा, ‘पिछली बार हमने ओलंपिक के लिये सीधे क्वालीफाई नहीं कर पाने का दबाव झेला था। अब हमारे दिमाग में साफ है कि हम क्वालीफाई कर चुके हैं और बिना किसी दबाव के ओलंपिक की तैयारी करेंगे। अब पदक का रंग बेहतर करना हमारा लक्ष्य रहेगा है। उन्होंने कहा, ‘इस टीम की सबसे अच्छी बात यह है कि सारी बात खुलकर होती है। टीम में काफी प्रतिस्पर्धा है और हर खिलाड़ी अहम है। सभी एक दूसरे के खिलाफ स्पर्धा करते हैं, एक दूसरे की सहायत करते हैं क्योंकि हम अधिकांश समय परिवार से दूर शिविर में बिताते हैं। हम एक दूसरे से सब कुछ साझा करते हैं। वहीं हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि बेहतरीन ड्रैग फ्लिकरों के रहने से भारतीय हॉकी टीम निरंतर आगे जा रही है।