नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ विश्वकप मुकाबले में शानदार शतक लगाया। विराट के इस शतक से भारतीय प्रशंसक उत्साहित हैं पर इस दौरान एक गेंद को वाइड दिये जाने पर विवाद भी हुआ है। इस मैच में जब भारत को जीत के लिए 2 और विराट को अपने शतक के लिए 3 रन की जरुरत थी। तो बांग्लादेश के बाएं हाथ के स्पिनर नसुम अहमद की लेग स्टम्प से बाहर जा रही एक गेंद को अंपायर ने वाइड नहीं दिया। इसी को लेकर विवाद उठा है। कोहली को लगा कि अंपायर इस गेंद को वाइड करार दे देंगे पर अंपायर रिचर्ड कैटेलब्रो ने गेंद को वाइड नहीं करार दिया। अंपायर के फैसले से कोहली को अपना 48वां शतक पूरा करने का अवसर मिल गया। उन्होंने इसके बाद छक्का लगाकर भारतीय टीम को जीत दिलायी।
इसके बाद से ही अंपायर कैटेलब्रो की इस बात के लिए आलोचना हो रही है कि उन्होंने विराट के शतक के लिए लेग स्टम्प के बाहर की गेंद को भी वाइड नहीं दिया। वहीं आईसीसी नियमों पर गौर करें तो अंपायर का फैसला सही था। क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब के नियम के अनुसार एक गेंद को तब वाइड माना जाएगा जब वह बल्लेबाज के लिए पहुंच से बाहर हो।
गौरतलब है कि आईसीसी ने पिछले साल क्रिकेट के छोटे प्रारुप को ध्यान में रखते हुए वाइड के नियम में कुछ बदलाव किए थे। दरअसल छोट प्रारुप वाले क्रिकेट में बल्लेबाज शॉट लगाने के लिए गेंद फेंके जाने से पहले कई बार इधर-उधर मूव करता है।ऐसे में पहले कई बार अंपायर ऐसी गेंदों को भी वाइड करार दे देते थे, जो गेंदबाज, बल्लेबाज को उसकी पोजीशन शिफ्ट करने पर लेग या ऑफ साइड के बाहर की तरफ फेंकता था। इस बात को ध्यान में रखते हुए वाइड के लिए बनाए गए नियम में बदलाव किया गया था। इसमें यह व्यवस्था की गई कि किसी गेंद को वाइड करार देने से पहले फील्ड अम्पायर, शॉट लगाने के दौरान की पोजीशन को भी ध्यान रखेंगे। केवल विकेट से गेंद की दूरी को ही मामानकर किसी गेंद को वाइड नहीं करार दिया जाएगा।