सर्राफा व्यापारियों ने विधानसभा चुनाव किया बहिष्कार

-बिल बताने बावजूद भी पुलिस प्रशासन द्वारा समान नहीं छोड़ा जाता
-10000 लोग चुनाव में वोट नहीं डालेंगे
रतलाम । चेक पोस्ट पर चेकिंग के दौरान बार-बार सोना चांदी पकड़ने और बिल प्रस्तुत करने के बाद भी नहीं छोड़ने से सर्राफा व्यापारी नाराज है। उन्होंने 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार का ऐलान किया है। यदि 31 अक्टूबर तक अवैध तरीके से पकड़े गए माल को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया तो रतलाम शहर के सभी सर्राफा व्यापारी इस विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर मतदान नहीं करेंगे। साथ ही पूरे प्रदेश के सर्राफा व्यापारियों से चुनाव का बहिष्कार का आवाहन करेंगे। सर्राफा व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष और मध्य प्रदेश सर्राफा व्यापारी एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष झमक भरगत ने यह बात शनिवार को ईएमएस से चर्चा में कहीं। उन्होंने कहा कि जितनी चेकिंग रतलाम में हो रही है उतनी चेकिंग तो इंदौर भोपाल सहित अन्य शहरों में भी नहीं हो रही है। हमारे यहां तो हर वाहन को रोक कर चेकिंग की जा रही है। सोना और चांदी पकड़ रहे हैं। इस कार्रवाई से पूरा कारोबार चौपट हो गया है और शहर के छोटे व्यापारी का व्यापार पूरी तरह बंद हो गया है। आपको बता दे की रतलाम शहर में सराफा बाजार से 10000 लोग जुड़े हैं। सभी चुनाव में वोट नहीं डालेंगे। सर्राफा एसोसिएशन का कहना है कि बिल बताने बावजूद भी पुलिस प्रशासन द्वारा हमारा समान नहीं छोड़ा जाता। अभी तक लगभग 50 करोड रुपए से ज्यादा का सोना-चांदी प्रशासन की गिरफ्त में है। इस मौके संगठन के उपाध्यक्ष विशाल डांगी और कीर्ति बड़जातिया ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सचिव रामबाबू शर्मा, संजय छाजेड़, ज्ञानचंद सराफ सहित बड़ी संख्या में सराफा व्यापारी मौजूद थे।