-15 हजार फीट की ऊंचाई पर तैनात होने वाली पहली मेडिकल ऑफिसर बनीं फातिमा वसीम
नई दिल्ली, | सियाचिन योद्धाओं की कैप्टन फातिमा वसीम की सियाचिन ग्लेशियर पर पोस्टिंग की गई है| एक ऑपरेशनल पोस्ट पर तैनात होने वाली पहली महिला चिकित्सा अधिकारी बनकर उन्होंने एक इतिहास रचने जैसा काम भी कर दिया है।
भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर ने कैप्टन फातिमा वसीम को इंगित करते हुए सोशल मीडिया एक पोस्ट किया है| इसमें लिखा है, कि उन्हें सियाचिन बैटल स्कूल में कठोर प्रशिक्षण के बाद 15 हजार, 200 फीट की ऊंचाई पर एक पद पर शामिल किया गया था, जो उनकी अदम्य भावना और उच्च प्रेरणा को दर्शाता है। इसके साथ ही कैप्टन फातिमा की उपलब्धि को रेखांकित करने और इसका जश्न मनाने के लिए पोस्ट में एक वीडियो भी साझा किया गया है। जानकारी अनुसार फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स को आधिकारिक तौर पर 14वां कॉर्प्स कहते हैं, जिसका हेडक्वार्टर लेह में स्थित है। इनकी तैनाती चीन-पाकिस्तान बॉर्डर पर होती है और साथ ही ये सियाचिन ग्लेशियर की रक्षा करते हैं।
कैप्टन गीतिका रहीं स्नो लेपर्ड ब्रिगेड की पहली मेडिकल ऑफिसर
मौजूदा माह के प्रारंभ में, सियाचिन बैटल स्कूल में इंडक्शन ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरी करने के बाद, स्नो लेपर्ड ब्रिगेड की कैप्टन गीतिका कौल दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में तैनात होने वाली भारतीय सेना की पहली महिला चिकित्सा अधिकारी बनीं। जानकारी अनुसार 5 दिसंबर को स्नो लेपर्ड ब्रिगेड की कैप्टन गीतिका कौल की पोस्टिंग पहली महिला मेडिकल ऑफिसर के तौर पर की गई थीं। उन्हें सियाचिन की बैटलफील्ड पर तैनात किया गया। कैप्टेन गीतिका ने अपनी तैनाती को लेकर सेना के प्रति आभार भी जताया था।