अयोध्या । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 30 दिसंबर को अयोध्या यात्रा से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहर में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने प्रशासन को किसी भी समस्या से बचने के लिए होटलों की सभी अग्रिम बुकिंग रद्द करने का निर्देश दिया है, क्योंकि 22 जनवरी को राम मंदिर में भगवान राम लाल के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए बड़ी संख्या में विशेष आमंत्रित लोग आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा से बहुप्रतीक्षित आयोजन से पूर्व आगामी 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री का अयोध्या आगमन होना है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह दौरा अयोध्या को हजारों करोड़ की परियोजनाओं का उपहार देने वाला होगा। यह आयोजन अति महत्वपूर्ण है, इसके दृष्टिगत भारत सरकार के सहयोग से स्थानीय प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां कर ली जाएं।
उन्होंने कहा, ‘‘धर्मनगरी अयोध्या को त्रेतायुगीन वैभव के अनुरूप सजाया जाए। पूरी अयोध्या राममय हो। स्थानीय मठ-मंदिरों को सजाएं। भव्य तोरण द्वार तैयार कराएं। स्थान-स्थान पर भजन सरिता का प्रवाह हो। मुख्यमंत्री ने कहा राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ एवं धर्म पथ तथा अयोध्या हवाई अडडे से बाईपास से नयाघाट जोड़ने वाले मार्ग से सम्बंधित कार्यो को गुणवत्ता के साथ शीघ्रता से पूरा कराया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के स्वागत हेतु अयोध्यावासी भी उत्सुक हैं; ऐसे में उनका भी यथोचित सहयोग लें। साधु-संत गणों का मार्गदर्शन प्राप्त करें। पुष्प वर्षा कर प्रधानमंत्री का अभिनन्दन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में आज अयोध्या में 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत की परियोजनाएं चल रही हैं। प्रत्येक निर्माण कार्य की नियमित गुणवत्ता की भी जांच की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के संभावित भ्रमण कार्यक्रम एवं जनसभा के दृष्टिगत सभी तैयारियां एवं सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहें। इसके लिए अभी से सभी विभाग आपस में समन्वय करते हुये समस्त तैयारियां पूर्ण करायें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री की जनसभा में आसपास के जनपदों से डेढ़ से दो लाख आम नागरिकों के आने की संभावना के दृष्टिगत सभी तैयारियां और अयोध्या को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गो पर पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था एवं जनसभा में आने वाले नागरिकों की आधारभूत सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि अयोध्या में ट्रस्ट द्वारा यात्रियों के ठहराने की व्यवस्था से अलग धर्मशाला एवं होटल आदि में भी यात्रियों को निर्धारित दर पर रहने की व्यवस्था किया जाय।