इस्लामाबाद । पाकिस्तान में लंबे इंतजार के बाद फरवरी में चुनाव होना है। दो महीने से भी कम का समय वोटिंग में बच गया है। कानूनी मामलों और सजा में घिरे इमरान खान को चुनाव से पहले देश के चुनाव आयोग ने तगड़ा झटका दिया है। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने 8 फरवरी को होने वाले चुनाव से पहले रविवार को 175 राजनीतिक दलों की एक सूची जारी की। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान एक के बाद दूसरी परेशानियों में घिरते जा रहे हैं। पहले इमरान खान की पार्टी पीटीआई का चुनावी चिह्न बल्ला चुनाव आयोग ने छीन लिया। अब इमरान की पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ नेतृत्व विहीन हो गई है। इस तरह इमरान की पार्टी आधिकारक तौर पर इमरान की नहीं रही।
इससे पहले इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ अपना बैट का चुनावी निशानी खो चुकी है। यह फैसला पाकिस्तान की चुनाव आयोग ने पीटीआई में हुए आंतरिक चुनाव को ध्यान में रख कर लिया गया। चुनाव आयोग पीटीआई में हुए आंतरिक चुनाव से संतुष्ट नहीं थे। पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त हैं सिकंदर सुल्तान राजा, उन्होंने एक पांच सदस्यीय बेंच के फैसले में तय किया कि पीटीआई का आंतरिक चुनाव सिरे से खारिज है। खान फिलहाल जेल में हैं। वह अपने खिलाफ लगे आरोपों को नकारते हैं। आरोप हैं कि पाकिस्तान का चुनाव आयोग इमरान खान की लोकप्रियता की वजह से सेना के दबाव में ऐसे फैसले कर रहा है। इमरान खान को इसी बरस अगस्त महीने में गिरफ्तार कर लिया गया था। खान पिछले साल पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से हटा दिए गए थे। इसके बाद से उनके खिलाफ साइफर से लेकर भ्रष्टाचार के कई मामले चल रहे हैं।