आतंकी हाफिज के प्रत्यर्पण को लेकर भारत ने फिर लिखा पाक को पत्र

उदासीनता पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने की पाकिस्तान की आलोचना
नई दिल्ली । मुंबई हमले में वांछित आतंकी संगठन लश्क-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद को सौंपने के संबंध में भारत ने फिर पाकिस्तान को पत्र लिखा है लेकिन, सीमा पार इस्लामाबाद से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। भारत के विदेश मंत्रालय ने पड़ोसी मुल्क को सौंपने की मांग की है ताकि उस पर मुकदमा चलाया जा सके। केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने इस पर पाक की आलोचना करते हुए इस बात पर जोर दिया कि मुंबई हमले के सरगना हाफिज सईद के अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी सूची में होने के बावजूद, पाकिस्तान ने कभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बताया कि भारत में हुई कई वारदातों के पीछे हाफिज सईद था।
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि हाफिज आतंकियों की अंतरराष्ट्रीय सूची में होने के बावजूद, पाकिस्तान ने कभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। भारत ने पाकिस्तान सरकार को उसे वापस लाने के लिए संबंधित दस्तावेजों के साथ एक अनुरोध भेजा है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भारत ने 26/11 के हमले के सरगना हाफिज सईद को एक विशेष मामले में मुकदमे का सामना करने के लिए भारत प्रत्यर्पित करने के लिए पाकिस्तान सरकार को एक अनुरोध भेजा था। भारत के अनुरोध पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
उधर पाकिस्तान में 8 फरवरी 2024 को होने जा रहे आम चुनाव में हाफिज सईद के बेटे तल्हा सईद नेशनल असेंबली के निर्वाचन क्षेत्र एनए-127, लाहौर से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि पीएमएमएल के केंद्रीय अध्यक्ष खालिद मसूद सिंधु एनए-130 से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हाफिज सईद के बेटे सहित कट्टरपंथी संगठनों को पाकिस्तान में चुनाव लड़ने की अनुमति देने का मतलब है कि पाकिस्तान अपनी राज्य नीति के तहत कट्टरपंथी संगठनों को मुख्यधारा में ला रहा है।