ढाका, । बांग्लादेश में इसी माह यानी 7 जनवरी को आम चुनाव होने जा रहे है। इस चुनाव में ज्यादातर विपक्षी नेता नाराज है। उनका आरोप है कि आवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना सरकार फर्जी चुनाव करा रही है। यही वजह है कि अधिकांश नेताओं ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। उनका आरोप है कि शेख हसीना को चीन,रुस और भारत का समर्थन मिल रहा है। आवामी लीग चौथी मर्तबा जीत के लिए बेकरार है। और अगर कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो मुमकिन है कि वो ये चुनाव जीत भी जाए। सबसे दिलचस्प घटनाक्रम यह है कि इस चुनाव में शेख हसीना को रूस, चीन और भारत का साथ मिल रहा है। अमेरिका ने वीजा पाबंदी की धमकी दे रखी है। अमेरिका का कहना है कि अगर चुनाव पारदर्शी तरीके से नहीं हुए तो वह बांग्लादेश के अधिकारियों या फिर शेख हसीना के करीबियों के वीजा पर बैन लगा देगा।बांग्लादेश में कुल 300 सीटें हैं। पिछले चुनाव में आवामी लीग, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और जातीयो पार्टी चुनाव बाद सबसे बड़े राजनीतिक दल के तौर पर उभरे थे। 300 में से 290 सीटें इन्हें ही मिली थीं। लेकिन इस बार मुख्य प्रदिद्वंदी बीएनपी ने पूरी तरह चुनाव का बहिष्कार किया है। सवाल है कि आखिर शेख हसीना ने इस बार बांग्लादेश में ऐसा क्या कर दिया कि विपक्ष चुनाव ही नहीं लड़ना चाहता।