दीपा शाही और राजन शाही के दिमाग की उपज “अनुपमा” मनोरम कहानी कहने का एक प्रतीक बन गई है।
जो चीज़ “अनुपमा” को अवश्य देखने लायक बनाती है, वह है महिला सशक्तीकरण का असाधारण चित्रण। एक गृहिणी का सरल लेकिन गहन जीवन दर्शकों को प्रभावित करता है। हाल ही में अनुपमा को अमेरिका ले जाने वाली पांच साल की छलांग एक ताजा और दिलचस्प कहानी पेश करती है, जो एक नए वातावरण में चरित्र के विकास को दर्शाती है।दीपा शाही हैं, जिन्होंने 78 साल की उम्र में अद्वितीय जुनून के साथ निर्माता की भूमिका निभाई। संक्षेप में, दीपा शाही और राजन शाही की प्रोडक्शन प्रतिभा का सम्मिलन, शो की अनूठी कथात्मक बनावट, और दिन-प्रतिदिन के विविध मुद्दों की खोज “अनुपमा” को एक पूर्ण रूप से अवश्य देखी जाने वाली फिल्म बनाती है।