डब्ल्यूएफआई ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू से अस्थायी निलंबन हटाने को कहा

नई दिल्ली । भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) से कहा है उसपर लगाये गये अस्थायी निलंबन को समाप्त किया जाये। डब्ल्यूएफआई ने डब्ल्यूडब्ल्यू से कहा कि अंतरराष्ट्रीय संस्था के नियमों और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) चार्टर के अनुसार भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) नवनिर्वाचित संस्था पर कोई नियंत्रण नहीं रख सकता। डब्ल्यूएफआई के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू अध्यक्ष नेनाद लालोविच को लिखे अपने पत्र में यह भी कहा कि आईओए के कुश्ती महासंध में किसी भी तरह के हस्तक्षेप को यूडब्ल्यूडब्ल्यू द्वारा खारिज कर दिया जाना चाहिये। गौरतलब है कि संजय सिंह और उनके पैनल को जीत के तत्काल बाद ही खेल मंत्रालय ने निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही कुश्ती का कामकाज देखने के लिए आईओए का एक तदर्थ पैनल बनाया था
संजय ने लालोविच को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘‘ चुनाव के बाद नवनिर्वाचित संस्था ने डब्ल्यूएफआई का कार्यभार संभाल लिया है और इसका कामकाज देख रहा है। हम यूडब्ल्यूडब्ल्यू द्वारा लगाये गये अस्थायी निलंबन को हटाने का इंतजार कर रहे हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि हम यूडब्ल्यूडब्ल्यू के एक मान्यता प्राप्त सदस्य बने रहेंगे। यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने पिछले एक साल में कुश्ती महासंघ में हुए विवादों को देखते हुए उसपर अस्थायी निलंबन लगा दिया था जिसे डब्ल्यूएफआई के चुनाव कराने के बाद हटाया जाना था । ’’
संजय ने 21 दिसंबर को चुनाव में जीत दर्ज की थी। उन्होंने यूडब्ल्यूडब्ल्यू का ध्यान दिल्ली उच्च न्यायालय के उस आदेश की ओर भी दिलाया जो राष्ट्रीय खेल महासंघों के मामलों में आईओए के हस्तक्षेप पर रोक लगाता है। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘हम आपका ध्यान दिल्ली उच्च न्यायालय के आईओए के खिलाफ एक फैसले की ओर भी दिलाना चाहेंगे जो छह अगस्त 2023 को पारित किया गया था। इसमें कहा गया था कि आईओए किसी राष्ट्रीय खेल महासंघ (एनएसएफ) पर कोई नियंत्रण नहीं रख सकता है। आईओए द्वारा कोई भी प्रभाव अवैध होगा क्योंकि एनएसएफ स्वतंत्र संस्थायें हैं। ’’