रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद, चुनाव में जुटेगी भाजपा,पीएम मोदी करेंगे 140 रैलियां

नई दिल्ली । अभी भारतीय जनता पार्टी रामकाज में व्यस्त है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा हो जाएगा। इसके बाद भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएगी। इसके लिए पार्टी ने मेगा प्लान तैयार कर लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव से पहले देश भर में 140 से अधिक सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने की संभावना है। भाजपा 4 से 11 फरवरी तक गांव चलो अभियान (गांवों की यात्रा अभियान) भी चलाने की तैयारी कर रही है । इस दौरान मतदाताओं को विकास के बारे में और नरेंद्र मोदी सरकार के कार्य और कल्याणकारी पहल को लेकर सूचित करने के लिए भारत के सात लाख गांवों और सभी शहरी बूथों में से प्रत्येक में कम से कम एक पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहेगा।
एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी सूत्रों ने कहा कि राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैलियों, सार्वजनिक बैठकों और रोड शो का कार्यक्रम करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी 140 से अधिक संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के प्रभारी नियुक्त पदाधिकारियों से पार्टी द्वारा मैदान में उतारे गए उम्मीदवारों के साथ बातचीत करेंगे और उनका वास्तविक समय पर आकलन करेंगे। इसके अलावा गांव चलो अभियान के तहत यह लक्ष्य तय किया गया है कि पार्टी को हर एक बूथ पर करीब 51 फीसदी वोट मिले। अगर 2019 के चुनाव में यह टारगेट हासिल कर लिया गया हो तो इस बार उसे और आगे पहुंचाना है। पार्टी रणनीतिकारों की तरफ से इस अभियान के लिए टीमों के गठन का तरीका तय किया जा चुका है। इसके तहत राज्य-स्तरीय टीमें बनाई जाएंगी, जिसमें एक संयोजक और चार सह-संयोजक होंगे। जिला स्तरीय टीमों में एक संयोजक और दो सह-संयोजक होंगे। मंडल वाली टीमों में एक संयोजक और एक ही सह-संयोजक होगा। गांव और शहरी टीमों का एक संयोजक होगा। 11 फरवरी को यह कैंपेन समाप्त हो जाएगा। एक सूत्र ने कहा, ‘सात से आठ लोकसभा सीटें ऐसे प्रत्येक क्लस्टर का हिस्सा हैं, जिसका नेतृत्व एक स्थानीय भाजपा नेता कर रहा है जो चुनाव नहीं लड़ रहा है। प्रधानमंत्री एक कार्यक्रम के लिए प्रत्येक क्लस्टर में से कम से कम एक निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करेंगे और एक बड़ी रैली या कम से कम एक रोड शो भी करेंगे। साथ ही क्लस्टर प्रभारी के साथ-साथ शेष निर्वाचन क्षेत्रों के स्थानीय नेतृत्व के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे।’